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कोरोना के खिलाफ अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर कितना है कारगर वैज्ञानिकों ने किया यह खुलासा

World Health Organization ने जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हाथ में लगाने वाले जिस अल्कोहल युक्त कीटाणुनाशक का सुझाव दिया है जानिये वह कितना है कारगर...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 09:10 PM (IST)
कोरोना के खिलाफ अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर कितना है कारगर वैज्ञानिकों ने किया यह खुलासा
कोरोना के खिलाफ अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर कितना है कारगर वैज्ञानिकों ने किया यह खुलासा

लंदन, आइएएनएस। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization यानी WHO) ने जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हाथ में लगाने वाले जिस अल्कोहल युक्त कीटाणुनाशक (हैंड सैनिटाइजर) के इस्तेमाल की सिफारिश की है, शोधकर्ताओं ने उसके कारगर होने पर अपनी मुहर लगा दी है। एक हालिया अध्ययन में डब्ल्यूएचओ निर्देशित कीटाणुनाशक को कोरोना के खिलाफ प्रभावी पाया गया है। जर्मनी की रूर बोचम यूनिवर्सिटी (आरयूबी) के अनुसंधानकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है। मेडिकल जर्नल 'एमर्जिग इंफेक्शियस डिजीज' ने इस शोध को विस्तार से प्रकाशित किया है।

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वैज्ञानिकों के अनुसार, कोरोना से लड़ाई में डब्ल्यूएचओ द्वारा बताए गए दोनों कीटाणुनाशक यौगिक दवा कंपनियों द्वारा आसानी से तैयार किए जा सकते हैं और इस प्रकार बाजार में कीटाणुनाशक की कमी को दूर किया जा सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है, 'अपने अध्ययन में हमने कोरोना फैलाने वाले सार्स कोविड-2 वायरस को डब्ल्यूएचओ द्वारा बताए गए दोनों यौगिकों के समक्ष 30 सेकेंड तक रखा, ताकि जांच में यह पता लगाया जा सके कि इनमें से कितने वायरस संक्रमित करने के लिए सक्रिय रह पाते हैं।

वैज्ञानिकों ने बताया कि अध्‍ययन में पाया गया कि दोनों यौगिकों ने तीस सेकंड के भीतर पर्याप्त संख्या में कोरोना वायरस को निष्‍क्र‍िय कर दिया।' शोध टीम के प्रमुख प्रोफेसर स्टीफन फैंडर के मुताबिक, 'हाथ में लगाने वाले सैनिटाइजर के लिए निर्धारित वक्त के आधार पर ही हमने जांच के दौरान तीस सेकंड का समय चुना।' डब्ल्यूएचओ द्वारा कीटाणुनाशक के लिए बताए यौगिकों में मुख्य रूप से अल्कोहल, एथेनॉल और आइसोप्रोपेनॉल शामिल है।

विश्व स्थास्थ्य संगठन की सिफारिश वाले कीटाणुनाशक के पहले यौगिक में 80 फीसद एथेनॉल, 1.45 प्रतिशत ग्लिसरीन और 0.125 फीसद हाइड्रोजन पेराक्साइड है। इसी तरह दूसरे यौगिक में 75 प्रतिशत आइसोप्रोपेनॉल, 1.45 फीसद ग्लिसरीन और 0.125 फीसद हाइड्रोजन पेराक्साइड है। हाथ के अलावा इमारतों और वस्तुओं को सैनिटाइज करने के लिए डब्ल्यूएचओ ने सोडियम हाइपोक्लोराइट, क्लोरिन, ब्लीच साल्युशन जैसे कीटाणुनाशक के इस्तेमाल करने की भी सिफारिश की है। 


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