Move to Jagran APP

यूरोप में फैल रहा है Monkeypox का प्रकोप, दो सप्‍ताह में बढ़ गए तीन गुना मामले: WHO

Monkeypox का कहर दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। यूरोप में लगातार ये बड़ी तेजी से फैल रहा है। यहां पर दो सप्‍ताह के दौरान ही इसके मामले तीन गुना बढ़ गए हैं। इसको देखते हुए डब्‍ल्‍यूएचओ ने चेतावनी दी है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 02:14 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 02:14 PM (IST)
यूरोप में फैल रहा है Monkeypox का प्रकोप, दो सप्‍ताह में बढ़ गए तीन गुना मामले: WHO
यूरोप में तेजी से फैल रहा है मंकीपॉक्‍स

मास्को (एएनआई)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि रूस सहित यूरोप में मंकीपॉक्स के फैलने का खतरा अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की प्रमुख मेलिता वुजनोविक का कहना है कि सभी देशों को नए मामले दर्ज करने और इस प्रकोप को नियंत्रित करने और इसके आगे इसको रोकने के लिए संपर्कों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। उन्‍होंने ये भी कहा है कि संगठन क्षेत्रीय स्‍तर पर इस प्रकोप के जोखिम की रिपोर्ट आकलन के आधार पर तैयार की है इसका खतरा उससे कहीं अधिक है।

loksabha election banner

बता दें कि मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो आमतौर पर जंगली जानवरों से लोगों में फैलती है। यह रोग शरीर के तरल पदार्थ, खांसने या छींकने के दौरान मुंह या नाक बूंदों और दूसरे दूषित पदार्थों के जरिए फैलता है। इसमें आमतौर पर बुखार, दाने और सूजन लिम्फ नोड्स होते हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 13 मई से 1 जुलाई तक 51 देशों में मनुष्यों में 5,100 से अधिक मामलों की पुष्टि के साथ, गैर-स्थानिक देशों में मई में मंकीपॉक्स का प्रकोप शुरू हुआ।

यूरोप में मंकीपॉक्स के मामले पिछले दो सप्‍ताह में तीन गुना हो गए हैं। डब्ल्यूएचओ के यूरोप प्रमुख ने इसके खतरे को देखते हुए कुछ दिन पहले ही चेतावनी दी थी। उन्होंने देशों से यह सुनिश्चित करने की अपील की थी कि इसको फैलने से रोकने के लिए युद्धस्‍तर पर एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।

"डब्ल्यूएचओ यूरोपीय क्षेत्र के प्रमुख डाक्‍टर हंस हेनी पी का कहना है कि मई के बाद से जितने भी मामले विश्‍व स्‍तर पर रिपोर्ट किए गए हैं उनमें से 90 फीसद केवल यूरोप में ही हैं। 15 जून के बाद छह नए देशों और क्षेत्रों में 31 नए मामलों के दर्ज होने की सूचना है। उन्‍होंने ये भी कहा है कि इस दौरान मंकीपॉक्स के मामलों में तीन गुना तेजी देखी गई है। उनके मुताबिक अब तक दर्ज किए गए अधिकांश मामले 21 से 40 वर्ष की आयु के लोगों में हैं। इनमें अधिकतर पुरुष हैं। डब्‍ल्‍यूएचओ अधिकारी ने ये भी साफ कर दिया है कि इस बीमारी के प्रकोप को देखते हुए इसमें ढिलाई देने की कोई वजह नहीं हो सकती है। खास तौर पर यूरोपीय क्षेत्र में इसका तेजी से प्रसार हो रहा है और ये हर घंटे, दिन और सप्ताह में अपना प्रभावित क्षेत्र बढ़ा रहा है।

संगठन ने इस बात का भी खुलासा किया है कि अब तक जितने मामले सामने आए हैं उनमें ऐसे पुरुष भी शामिल हैं जिन्‍होंने पुरुषों के साथ ही यौन संबंध बनाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि हमारे सामने एचआईवी से निपटने की समस्‍याओं की पूरी जानकारी है। अक्‍सर इस बात का खुलासा होने के डर से लोग डाक्‍टर के पास जाने में कतराते हैं जो इस तरह की घातक बीमारी के फैलने की बड़ी वजह भी बनता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.