WHO के सहयोग के लिए नए फाउंडेशन का गठन, 2018 से लंबित था प्रस्ताव
WHO ने नए फाउंडेशन का निर्माण किया है जो इस महामारी के समय इसे आर्थिक सहयोग मुहैया कराने के लिए फंड जमा करेगी।
जेनेवा, आइएएनएस। वैश्विक महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) ने WHO फाउंडेशन नामक एक संस्था का ऐलान किया है। स्वतंत्र अनुदान बनाने वाली यह संस्था कोविड-19 को खत्म करने के लिए किए गए WHO के प्रयासों में सहयोग करेगी। WHO के महानिदेशक जेनरल टेड्रोस अधानम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बुधवार को जेनेवा से वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस संस्था के निर्माण का प्रस्ताव 2018 के फरवरी माह से ही लंबित है। उन्होंने बताया,'आज इसे आधिकारिक तौर पर लॉन्च करते हुए बड़ी खुशी महसूस हुई।'
WHO के अनुसार, यह फाउंडेशन वैश्विक स्तर पर लोगों के स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए संगठन को फंड मुहैया कराएगी लेकिन वैधानिक तौर पर यह WHO से अलग होगी। WHO के एक प्रवक्ता ने बुधवार को प्रेस रिलीज में कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए WHO फाउंडेशन शुरू में इमर्जेंसी व महामारी के प्रति रेस्पॉन्स के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के लिए फंड जुटाकर इसे वितरित करने पर फोकस करेगी।
फिलहाल WHO को हर सदस्य देश अपनी ओर से आर्थिक सहायता मुहैया करता है। इससे ही दुनिया भर के देशों को संकट के समय में WHO मदद देता है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने WHO को दी जाने वाली सहायता राशि पर रोक लगा दी थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WHO पर कोरोना वायरस को लेकर चीन का सहयोग करने का आरोप लगाया था। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने WHO को पत्र लिखकर कहा कि 30 दिन के भीतर संगठन में बदलाव करे नहीं तो अमेरिका की ओर से मिलने वाला फंड बंद कर दिया जाएगा।
अमेरिका समेत कई और देशों ने WHO पर आरोप लगाते हुए बदलाव की अपील की और चीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इससे पहले संगठन के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस ने कहा था कि लैंसेट मेडिकल जर्नल में पिछले सप्ताह प्रकाशित एक पेपर के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि कोविड-19 के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल न किया जाए क्योंकि यह हृदय के लिए घातक है और इससे जान भी जा सकती है।