COVID-19: स्वास्थ्य संकट के लिए WHO, अर्थव्यवस्था संकट के लिए IMF कर रहा काम
कोरोना वायरस के कारण दुनिया संकट में है। इसके कारण आर्थिक गतिविधियां भी बुरी तरह प्रभावित होंगी लेकिन WHO व IMF ने कहा है कि जीवन के साथ जीविका को भी बचाना है जरूरी।
जेनेवा, एएफपी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और IMF के प्रमुखों ने शुक्रवार को आग्रह किया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में छाए मौजूदा संकट के बीच जिंदगियों को बचाना तो प्राथमिकता है ही साथ ही जीविका की ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
WHO के डायरेक्टर-जनरल ट्रेड्रोस अधनोम घेब्रेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) के मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जार्जिवा (Kristalina Georgieva) ने कहा कि COVID-19 वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करना अधिक जरूरी है ताकि आर्थिक गतिविधियां फिर से पटरी पर लौट सके। जार्जिवा ने कहा, 'हम मंदी के दौर में हैं। इसके लिए WHO और IMF साथ काम कर रहे हैं। यहां WHO लोगों को मौजूदा स्वास्थ्य संकट से बचाने में सहायता कर रही है वहीं IMF वैश्विक अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य को संतुलित करने में लगी है।' उन्होंने कहा कि यह आइएमएफ के इतिहास में पहली बार है जब अर्थव्यवस्था अपनी जगह इस कदर स्थिर हो गई है। यह मानवता के लिए अंधकारपूर्ण (Humanity's Darkest hour) समय है, इसलिए एक साथ मिलकर खड़े हों।
IMF की डायरेक्टर जॉर्जीवा ने कहा कि दुनियाभर में कोविड-19 से जंग जारी है और जीविका को बचाने के लिए भी प्रयासों की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया के 206 देशों में कोविड-19 संक्रमित लोगों का आंकड़ा- 976,249 है वहीं पचास हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि सही संतुलन में लाना मुश्किल है। वायरस व इसके कारण लॉकडाउन को लेकर दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। दुनिया भर में आधे ज्यादा लोग इस महामारी को रोकने के लिए घरों में बंद हैं। COVID-19 के कारण 50,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है। ट्रेड्रोस व जार्जिवा ने बताया, ‘कम समय ओर सीमित स्रोतों के साथ हम काम कर रहे हैं, यह जरूरी है कि जीवन और जीविका को बचाने के लिए हम सही प्राथमिकता की ओर ध्यान दें।’