अफगानिस्तान में आइएस की मदद कर रहे अमेरिकी बल: करजई
इंटरव्यू में करजई ने कहा, 'अफगान लोगों से मुझे रोजाना खबर मिलती है कि ऐसे सैन्य हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान में आइएस को आपूर्ति कर रहे हैं जिन पर कोई प्रतीक चिह्न नहीं है।'
काबुल, आइएएनएस : पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई ने अमेरिका पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका दावा है कि अफगानिस्तान में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का उभार अमेरिकी सेना और खुफिया एजेंसियों की निगरानी के बीच पिछले तीन-चार साल के दौरान हुआ। करजई के अनुसार उन्हें इस बात का बहुत संदेह है कि अफगानिस्तान में अमेरिका के अड्डों का उपयोग आइएस की सहायता के लिए किया जाता है।
लंदन में रूस टूडे को दिए इंटरव्यू में करजई ने कहा, 'अफगान लोगों से मुझे रोजाना खबर मिलती है कि ऐसे सैन्य हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान में आइएस को आपूर्ति कर रहे हैं जिन पर कोई प्रतीक चिह्न नहीं है।'
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अरबों डॉलर खर्च किए जाने के बावजूद आतंकवाद ज्यादा बढ़ा है। इस पर अफगान लोग यह पूछ रहे हैं कि अगर अमेरिका आतंकवाद को परास्त करने के लिए यहां आया है तो यह समस्या पहले से भी बड़ी क्यों हो गई है?
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'हम यह नहीं चाहते हैं कि हमारे देश में विनाशकारी बड़े बम गिराए जाएं। हम शांति चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि अमेरिकी बलों द्वारा 'मदर ऑफ ऑल बम' गिराया जाना उत्तर कोरिया को ताकत दिखाने का संकेत था, लेकिन यह अफगान लोगों पर अत्याचार था।
अमेरिका ने इस साल 13 अप्रैल को इस सबसे बड़े गैर परमाणु बम को पूर्वी अफगानिस्तान में आइएस के ठिकाने पर गिराया था।