तालिबान के साथ वार्ता पर बोले अमेरिकी रक्षा मंत्री, ऐसे ही किसी समझौते को नहीं करेंगे स्वीकार
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने तालिबान के साथ होने वाली वार्ता पर कहा कि हम ऐसे ही किसी भी समझौते को स्वीकार नहीं करेंगे।
पेरिस,रॉयटर्स। अमेरिकी रक्षा सचिव मार्क एस्पर ने शनिवार को अमेरिकी तालिबान के बीच होने वाले शांति समझौते पर कहा कि वाशिंगटन किसी भी समझौते को स्वीकार नहीं करेगा। पेरिस में अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एस्पर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका का दृष्टिकोण है कि सबसे अच्छा तरीका एक राजनीतिक समझौता है और हम उसी पर पूरी लगन के साथ काम कर रहे हैं, इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि हम कोई भी सौदा करेंगे।
हम ये सुनिश्चित करेंगे कि हम एक अच्छा सौदा कर सके। एक ऐसा अच्छा पर्याप्त सौदा हो जो कम से अफगान के लोगों को आगे ले जाए और सुरक्षा की गारंटी प्रदान करें।
अफगानिस्तान प्रधानमंत्री नाखुश
अमेरिका और तालिबान के बीच होने वाले शांति समझौते से अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी नाखुशी है। इसे लेकर उन्होंने अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है। इस मसले पर अब वह अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप से बात करेंगे। तालिबान से वार्ता में अमेरिकी पक्ष की अगुआई करने वाले विशेष दूत जालमे खलीलजाद ने बीते सोमवार को शांति समझौते का मसौदा गनी को दिखाया था। इसके बाद गनी के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने कहा था, 'सरकार समझौते को लेकर चिंतित है।
हो सकती है समझौते में दिक्कत
अफगान सरकार के रुख के चलते शांति समझौता खटाई में पड़ता दिख रहा है। अफगान अधिकारियों का कहना है कि समझौते से तालिबान शासन की वापसी का खतरा हो सकता है। कई अमेरिकी अधिकारी भी समझौते की सफलता पर संदेह जता चुके हैं।
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