अफगानिस्तान के अप्रत्याशित दौरे पर अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस
नाटो सैन्यबल के नए कमांडर से मुलाकात व तालिबान के साथ शांति वार्ता पर विचार-विमर्श के लिए मैटिस व जोसेफ डनफर्ड काबुल पहुंचे।
काबुल (एएफपी)। अफगानिस्तान में बिगड़े हालात के बावजूद शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस काबुल पहुंचे। यहां मैटिस के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल जोसेफ डनफर्ड भी हैं। बता दें कि तालिबान के साथ सीजफायर व शांति समझौते के लिए अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रयासों का अमेरिका समर्थन करता है।
मैटिस दिल्ली से काबुल पहुंचे हैं। दिल्ली में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो व मैटिस ने अपने समकक्षों से मुलाकात की। बुधवार को पोंपियो ने इस्लामाबाद का भी दौरा किया और नये प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी। इससे पहले मार्च में मैटिस ने अफगानिस्तान दौरा किया था जब वे गनी व चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अब्दुल्ला अब्दुल्ला से काबुल में मिले थे। उल्लेखनीय है कि करीब 14,000 अमेरिकी सैनिक अभी अफगानिस्तान में हैं।
अमेरिका पिछले एक साल से तालिबान पर सैन्य दबाव डालने की कोशिश कर रहा है ताकि उसे शांति समझौते के लिए मजबूर किया जा सके। लेकिन यह नीति अधिक कारगर होती नहीं दिख रही। तालिबान के हमलों में हताहतों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। काबुल और जलालाबाद जैसे प्रमुख शहरों पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं।