कोरोना महामारी को लेकर UN ने किया खबरदार, खतरे में हैं लीबिया के सात लाख शरणार्थी
संयुक्त राष्ट्र ने खबरदार किया है कि कोरोना महामारी का प्रसार लीबिया में विस्थापित लोगों एवं शरणार्थियों के लिए चिंताजनक और विनाशकारी हो सकता है।
यूएन, एजेंसी । संयुक्त राष्ट्र ने खबरदार किया है कि कोरोना महामारी का प्रसार लीबिया में विस्थापित लोगों एवं शरणार्थियों के लिए चिंताजनक और विनाशकारी हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि लीबिया में शरणार्थियों की संख्या सात लाख से अधिक है। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा कि युद्धग्रस्त देशों में यह संकट और गहरा गया है। यहां कोरोना महामारी से निपटना तब तक मुश्किल होगा] जब तक शांति कायम न हो जाएं, जब तक युद्धग्रस्त लोग अपनी जंग नहीं बंद कर देते। उन्होंने सावधान करते हुए कहा कि महामारी से बचने के लिए शांति आवश्यक है। उन्होंंने त्रिपोली में चल रहे सैन्य अभियानों को रोकने की अपील की है। गौरतलब है कि लीबिया में अब तक कोरोना वायरस के 17 मामले सामने आए हैं, जिसमें एक मौत भी शामिल है। लीबिया ने वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू भी लागू किया है।
लीबिया में कोरोना से पहली मौत
बता दें कि लीबिया में तीन अप्रैल को कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण एक बुजुर्ग महिला की मौत होने के साथ ही देश में इस संक्रमण से मौत का पहला मामला सामने आया था। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण विभाग ने बताया कि 85 वर्षीय महिला की मौत के बाद उनका कोरोना वायरस के परीक्षण का परिणाम पॉजिटिव आया था। लीबिया के कोरोना महामारी के 17 से अधिक मामले सामने आए हैं। उत्तरी अफ्रीकी देश में संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकारी सुरक्षा बलों और विद्रोही सेना के बीच जारी संघर्ष के कारण देश का सामाजिक बुनियादी ढांचा बर्बाद हो रहा है। इसी बीच महामारी की स्थिति उत्पन्न होना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच चिंता का विषय है।
अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ने की थी शांंति की अपील
अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल ने फिर से लीबिया में चल रही लड़ाई, खासकर लीबिया की राष्ट्रीय एकता सरकार की सेना और लीबिया की राष्ट्रीय सेना के बीच राजधानी त्रिपोली में चल रहे सैन्य अभियानों को रोकने की अपील कर चुके हैं। गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल में पश्चिमी लीबिया में संघर्ष छिड़ गया। इसके बाद से लेकर पूरे साल लीबिया के दोनों प्रमुख गुटों के बीच जारी लड़ाई से सैकड़ों लोगों की मौत हुई और लाखों लोग बेघर हुए। लीबिया की सामाजिक संरचना में दरारें गहरा रही हैं। अहमद अबुल ने फिर से अरब के संघर्ष वाले क्षेत्रों में बंदूकों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की, ताकि ये देश नए कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।
इटली में हालात सुधरने के संकेत
कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा मौतें इटली में हुई हैं। लेकिन ताजा आंकड़ों से इटली में हालात सुधरने के संकेत मिले हैं। देश में पहली बार आइसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या में कमी आई है। शनिवार को मृतकों की संख्या में भी कमी आई और यह मात्र 681 रही। इससे पहले 23 मार्च को सबसे कम 601 लोगों की मौत हुई थी। इटली में अब तक 15 हजार से ज्यादा मौत हो चुकी हैं। इटली के नागरिक सुरक्षा विभाग के मुताबिक संक्रमित लोगों की संख्या भले ही एक लाख 19 हजार से बढ़कर एक लाख 24 हजार हो गई है, लेकिन पहली बार आइसीयू में मरीजों की संख्या में कमी आई है।