बिना खाना-पानी के रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर भटक रही है नौका, पता लगाने में जुटा भारतीय तटरक्षक बल
संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर अंडमान सागर में भटक रही एक नौका का मामला उठाया है। उसने कहा है कि इस नौका में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। मसलन इसमें न पर्याप्त भोजन है और न पानी।
ढाका, पीटीआइ। संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर अंडमान सागर में भटक रही एक नौका का मामला उठाया है। उसने कहा है कि इस नौका में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। मसलन, इसमें न पर्याप्त भोजन है और न पानी। इस नौका पर सवार लोगों के परिजन काफी चिंतित हैं। गौरतलब है कि बच्चों सहित लगभग 90 शरणार्थियों ने बेहतर जीवन की तलाश में नौका में सवार होकर यात्रा शुरू की थी।
नौका अभी कहां है कोई जानकारी नहीं
शरणार्थी मामलों के संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) कार्यालय ने बुधवार को स्पष्ट रूप से कहा है कि दो सप्ताह पहले दक्षिणी बांग्लादेश से नौका रवाना होने के बाद कुछ शरणार्थियों की मौत हो गई है। यूएनएचसीआर के अनुसार, नौका अभी कहां है, इसकी जानकारी उसे नहीं है।
तलाश में जुटा भारतीय तटरक्षक बल
इस मामले के सामने आने के बाद भारतीय तटरक्षक बल शरणार्थियों का पता लगाने में जुट गया है। भारतीय तटरक्षक बल के प्रवक्ता पीएन अनूप ने कहा कि अभी उनके पास कहने को कुछ नहीं है। यूएनएचसीआर के एशिया और प्रशांत मामलों की क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख कैथरीन स्टबरफील्ड ने कहा कि हम खोज एवं राहत टीम तैनात करने के भारतीय तटरक्षक बल के प्रयासों की सराहना करते हैं। संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल सहित मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, कई शरणार्थी बीमार थे। उनके शरीर में पानी की कमी हो गई थी।
काम दिलाने के नाम पर शरणार्थियों को फंसाते हैं तस्कर
मानव तस्कर दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में काम दिलाने का वादा कर शरणाíथयों को अपने जाल में फंसाते हैं। म्यांमार से भागे दस लाख से अधिक शरणार्थी बांग्लादेश में भीड़भाड़ वाले शिविरों में रह रहे हैं। बांग्लादेश के अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें ऐसी किसी नौका की जानकारी नहीं है जो हाल में रोहिंग्या शरणाíथयों को लेकर बांग्लादेश के जलक्षेत्र से बाहर गई हो।