संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने यूक्रेन पर प्रकाशित की रिपोर्ट, रूस पर लगाए गंभीर आरोप
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को रूस पर आरोप लगाते हुए कहा हैं कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान हजारों आम लोगों को मारा और बच्चों को यातनाएं दी। रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध में 5987 नागरिक हताहत हुए हैं।
कीव, रायटर। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को रूस पर आरोप लगाते हुए कहा हैं कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान हजारों आम लोगों को मारा और बच्चों को यातनाएं दी। मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमले के एक साल पूरे होने पर यूक्रेन में कई बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की जान गई है।
5,987 नागरिक हुए हताहत
कार्यालय की नई रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2022 से लेकर जनवरी 2023 के बीच करीब 5,987 नागरिक मारे गए या घायल हुए। हालांकि कार्यालय ने कहा कि यूक्रेन में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है क्योंकि रिपोर्ट में केवल वही मामले शामिल किए गए हैं जिन्हें जांचकर्ता सत्यापित कर पाए।
अंधाधुंध विस्फोटक हथियार से मारे गए अधिक यूक्रेनी नागरिक
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस द्वारा यूक्रेन में अंधाधुंध विस्फोटक हथियार के उपयोग से बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए या फिर घायल हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, आंकड़ों से पता चलता है कि रूसी-अधिकृत क्षेत्रों की तुलना में यूक्रेनी-अधिकृत क्षेत्र में कम से कम चार गुना अधिक नागरिक हताहत हुए।
मास्को ने सभी आरोपों को किया खारिज
युद्ध क्षेत्र में यौन हिंसा के 133 मामलों में से अधिकांश मामले रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में दर्ज किए हैं। इनमें से कई मामले यूक्रेन के नागरिकों को रूस में शामिल करने के दौरान सामने आए। हालांकि मॉस्को ने बार-बार इन आरोपों से इनकार किया है कि आक्रमण के दौरान उसकी सेना किसी उत्पीड़न या अत्याचार में शामिल रही है। रिपोर्ट में रूसी कब्जे वाले क्षेत्र में 214 यूक्रेनी नागरिकों के गायब होने या उन्हें मनमाने ढंग से हिरासत में लेने के मामले दर्ज हैं।
हजारों यूक्रेनी बच्चों को रूस लाया गया
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रूसी बलों द्वारा बच्चों से दुर्व्यवहार किया गया, उन्हें यातनाएं दी गईं और गायब किया गया। इसमें पांच किशोर लड़कों का अपहरण भी शामिल है, जिन्हें यातनाएं दी गईं। रूस द्वारा हजारों यूक्रेनी बच्चों को रूस लाया गया है। रूस इसे युद्ध क्षेत्र में छूटे अनाथों और बच्चों की रक्षा के लिए मानवीय अभियान बताता है। इसके अलावा OHCHR द्वारा जारी एक अन्य रिपोर्ट में रूसी और यूक्रेनी दोनों सेनाओं को युद्धबंदियों से दुर्व्यवहार के लिए दोषी ठहराया गया।