UN: कोरोना महामारी के बाद गरीबी उन्मूलन की दिशा में भारत दिखा सकता है दुनिया को राह
गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में भारत ने बड़ी सफलता हासिल की है। इसलिए गरीबी उन्मूलन के लिए भारत एक बड़ी संख्या में अपने अनुभव को सामने ला सकता है।
संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी। भारत गरीबी उन्मूलन की दिशा में अन्य मुल्कों के साथ अग्रणी भूमिका निभा सकता है। गरीबी उन्मूलन के लिए वैश्विक गठजोड़ के संस्थापक सदस्य के रूप में वह अपनी सफलता का परचम लहरा सकता है। भारत कृषि प्रौद्योगिकी के उपयोग और अन्य देशों से निवेश के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष तिजानी मुहम्मद-बंदे ने एक कार्यक्रम के दौरान उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अन्य मुल्कों को भारत से सीखने की जरूरत है।
कोरोना महामारी के बाद में वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का प्रयास
यूएनजीए अध्यक्ष औपचारिक रूप से मंगलवार को यहां गरीबी उन्मूलन के लिए गठबंधन शुरू करेंगे, जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। उन्होंने कहा गरीबी, विश्व शांति, मानावाधिकार और सतत विकास के लिए इस प्रकार की जागरूकता अभियान जरूरी है। इसका उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अन्य हितधारकों को गरीबी उन्मूलन की दिशा में कदम उठाने के लिए सहयोग देना भी है। भारत एक गठबंधन सदस्य के रूप में इसमें शामिल हो रहा है। और मंच का उद्देश्य कोरोना महामारी के बाद में वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना है।
गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में भारत ने बड़ी सफलता हासिल की
मुहम्मद-बंदे ने कहा कि गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में भारत ने बड़ी सफलता हासिल की है। इसलिए गरीबी उन्मूलन के लिए भारत एक बड़ी संख्या में अपने अनुभव को सामने ला सकता है। उन्होंने कहा कि भारत एक बड़ा संघीय प्रणाली वाला मुल्का है। उन्होंने कहा कि भारत की बड़ी संघीय प्रणाली में देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न नीतियों के क्रिन्यान्वयन की कोशिश की जाती है। हम उस दृष्टिकोण को सीख सकते हैं। हम यह भी देख सकते हैं कि कुछ नए विचार कैसे लाए जा सकते हैं। भारत जनसंख्या के मामले में एक बड़ा देश है। भारत का अनुभव उस संदर्भ में भी बड़ा है, जो इसे गरीबी उन्मूलन पर साझा कर सकता है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भारत समय की अवधि में गरीबी को संबोधित करने में सफल रहा है। यह हमारे लिए उपयोगी होगा कि यह गठबंधन का हिस्सा है।
वैश्विक समुदाय को एक मंच पर आने की सलाह
मुहम्मद बंदे ने कहा कि इस अवधि के दौरान कुछ देशों ने गरीबी को कम करने के लिए दूसरों की तुलना में अधिक सफलता हासिल की है। उन्होंने इसके लिए वैश्विक समुदाय को एक मंच पर आने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यहां उत्तर या दक्षिण, पूर्व या पश्चिम का विभाजन नहीं है। यह एक वैश्विक समस्या है। उन्होंने गठबंधन पर जोर देते हुए कहा कि हम एक दूसरे से अपने अनुभावों को साझा करके सीखते हैं। सभी राष्ट्रों को उन विचारों से लाभान्वित होने के लिए आगे आना चाहिए।
कृषि के आधुनिकीकरण के जरिए देश का कायाकल्प
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कृषि के आधुनिकीकरण के जरिए गरीबी को कम किया जा सकता है। कृषि का आधुनिकीकरण करके बेरोजगारी को दूर किया जा सकता है। इससे रोजगार का सृजन होता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जिनके पास इन क्षेत्रों में साझा करने के लिए अच्छे मॉडल मौजूद हैं। इन मुल्कों के पास इस क्षेत्र में व्यापक अनुभव है। वह दुनिया के अन्य गरीब मुल्कों को अपने अनुभवों और विचारों को साझा करके उनकी मदद कर सकते हैं।