आतंकी समूहों की पसंद बनते जा रहे छोटे हथियार, संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी एजेंसी के प्रमुख का खुलासा
संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी एजेंसी के प्रमुख व्लादिमीर वोरोन्कोव ने कहा है कि सस्ते और आसानी से सुलभ छोटे हथियार दुनियाभर के आतंकी समूहों की पसंद बनते जा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआइ। संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद निरोधी एजेंसी के प्रमुख के मुताबिक, सस्ते और आसानी से सुलभ छोटे हथियार दुनियाभर के आतंकी समूहों की पसंद बनते जा रहे हैं। उन्होंने इन हथियारों की मौजूदगी को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी बताया है। आतंकवाद से मुकाबले के लिए संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव व्लादिमीर वोरोन्कोव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्याप्त कदम नहीं उठाए जाने से छोटे और हल्के हथियारों की तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही है।
उन्होंने कहा कि सीमा पर कड़ी निगरानी नहीं होने से आतंकी और अपराधी एक देश से दूसरे देश अवैध हथियार धड़ल्ले से ले जाने में सक्षम होते हैं। सस्ते, छिपाने और उपयोग करने में आसान होने के चलते छोटे हथियार तेजी से दुनियाभर के कई आतंकवादी समूहों की पसंद बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सर्वमान्य तथ्य है कि आतंकवाद और संगठित अपराध के बीच अवैध और हल्के हथियारों की तस्करी अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। इतना ही नहीं यह स्थायी विकास और कानून के शासन के लिए भी खतरा है।
अवैध हथियारों की चुनौतियों का जिक्र करते हुए व्लादिमीर वोरोन्कोव ने कहा कि केवल अफ्रीकी महाद्वीप में 10 करोड़ छोटे और हल्के हथियार हैं। अफ्रीकी महाद्वीप में 120 करोड़ की आबादी रहती है और अनुपात निकाला जाए तो प्रत्येक 12 आदमी के पास एक हथियार है। उन्होंने कहा कि जब तक इस संबंध में पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय सख्त कदम नहीं उठाता है, तब तक तस्करी पर रोक नहीं लगाई जा सकती है।