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जापान में भारी बारिश और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को लिए प्रति सयुक्त राष्ट्र ने जताया दुख

जापान में भारी बारिश और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को लिए प्रति सयुक्त राष्ट्र ने दुख जताया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो जापान में भूस्खलन के कारण हुए जीवन के नुकसान और विनाश से दुखी हैं उनके प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी।

By Pooja SinghEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 02:53 PM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 02:53 PM (IST)
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को लिए प्रति सयुक्त राष्ट्र ने जताया दुख
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को लिए प्रति सयुक्त राष्ट्र ने जताया दुख

न्यूयॉर्क, एएनआइ। जापान में भारी बारिश और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों को लिए प्रति सयुक्त राष्ट्र ने दुख जताया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो जापान में भूस्खलन के कारण हुए जीवन के नुकसान और विनाश से दुखी हैं, उनके प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी। इसके साथ ही यूएन की तरफ से आपदा राहत कर्मियों के कामकाज की सराहना करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की गई है। इसके अलावा प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जापान के लोगों और वहां की सरकार के साथ एकजुटता के साथ मुस्तैद है। बता दें कि जापान के शिज़ुओका प्रान्त के अटामी में शनिवार को हुए भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य लापता हो चुके हैं। 

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बता दें कि जापान के शिज़ुओका प्रान्त के अटामी में शनिवार को हुए भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य लापता हो गए। साथ ही करीब 20 लोगों के कीचड़ में दबे होने की आशंका जताई गई है। बचावकर्मियों की तलाश सोमवार को भी जारी रही। अटामी के मेयर साके सैतो ने कहा कि 24 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अधिकारी संख्या की दोबारा जांच कर रहे है।

हालांकि, शुरुआत में 147 लोगों के लापता होने की खबर सामने आई थी, लेकिन अभी तक अधिकारियों ने ये पुष्टि नहीं की है कि कितने लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मृत पाए गए चार लोगों के अलावा, अधिकारियों ने कहा कि 25 लोगों को बचाया गया है, जिनमें तीन घायल हुए हैं।

तीन सप्ताह से कम समय में टोक्यो ओलंपिक शुरू होने वाला है, जबकि जापान अभी भी कोरोनो वायरस महामारी के बीच में है, राजधानी में लगातार मामले बढ़ रहे हैं और विशेषज्ञ आपातकाल की एक और स्थिति की आवश्यकता का सुझाव दे रहे हैं।


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