Move to Jagran APP

Russia Ukraine Conflict: इस साल के अंत तक रूस गवां देगा करीब 1 लाख सैनिक, जेलेन्‍सकी ने किया दावा

रूस और यूक्रेन के बीच इस साल फरवरी अंत से संघर्ष शुरू हुआ जो अब तक जारी है। न रूस हमले रोक रहा है और न ही यूक्रेन हार मानने को तैयार है। इस बीच जेलेन्‍सकी ने कहा है क‍ि साल के अंत तक रूसी सेना को भारी नुकसान होगा।

By AgencyEdited By: Monika MinalPublished: Wed, 30 Nov 2022 11:20 AM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 11:20 AM (IST)
Russia Ukraine Conflict: इस साल के अंत तक रूस गवां देगा करीब 1 लाख सैनिक, जेलेन्‍सकी ने किया दावा
इस साल के अंत तक रूस गवां देगा करीब 1 लाख सैनिक, जेलेन्‍सकी ने किया दावा

कीव, एजेंसी। रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन के राष्‍ट्रपत‍ि वोलोदिमरि जेलेन्‍सकी ने अहम बयान दिया है। जेलेन्‍सकी ने रूसी सैनिकों को होने वाले भारी नुकसान को लेकर आगाह किया है। उन्‍होंने कहा है क‍ि इस साल के अंत तक संघर्ष में कम से कम 1 लाख रूसी सैनक अपनी जान गवां देंगे।' साथ ही उन्‍होंने कहा क‍ि कितने यूक्रेन में तैनात कितने ही रूसी हथियारबंद खत्‍म होंगे, इस बारे में ऊपरवाला ही बता सकता है।

prime article banner

रूस को हो रहा भारी नुकसान- जेलेन्‍सकी 

राष्‍ट्रपत‍ि जेलेन्‍सकी ने देश को बुधवार रात वीडियो के जरिए संबोधित किया है। जेलेन्‍सकी ने यह भी कहा क‍ि अग्रिम मोर्चे पर हालात कठिन हैं। उन्‍होंने कहा, 'भारी नुकसान के बावजूद रूस दोनेत्‍सक के इलाके में आगे बढ़ता जा रहा है। लुहांस्‍क में भी इसने अपने पैर जमा लिए हैं। अब यह खारकीव के इलाके में बढ़ रहा है, असल में ये दक्षिण के लिए कुछ योजना बना रहे हैं।'

फरवरी के अंत में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। तब से दोनों देशों के बीच संघर्ष जारी है, न रूस थमने का नाम ले रहा और न ही यूक्रेन हार मानने को तैयार है। दोनों देशों को इस संघर्ष में भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ रहा है।

सफल नहीं होने देंगे दुश्‍मनों की मंशा 

राष्‍ट्रपत‍ि ने कहा क‍ि हम दुश्‍मनों की मंशा को सफल नहीं होने देंगे। उन्‍होंने कहा था क‍ि वे दोनेत्‍सक पर कब्‍जा कर लेंगे। जेलेन्‍सकी ने कहा, 'उन्‍होंने अपनी सेना यहीं बर्बाद कर दी। प्रतिदिन सैंकड़ों सैनिकों की मौतें हुईं। इससे पहले मंगलवार को यूक्रेनी सशस्‍त्र सेना के जनरल स्‍टाफ ने बताया क‍ि 24 फरवरी को शुरू हुए हमले में अब तक 88,380 रूसी सैनिकों की मौतें हुईं हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन वॉर, भारत के खिलाफ नशा और आतंकवाद फैलाने में इनका इस्तेमाल बढ़ा

रिपोर्टः ज्यादा उत्सर्जन वाले देशों का क्लाइमेट फाइनेंस में योगदान कम, ग्रांट के बजाय कर्ज में दे रहे मदद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.