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उत्तरी आयरलैंड में पत्रकार की हत्या के मामले में दो गिरफ्तार

उत्तरी आयरलैंड के लंदनडेरी शहर में भड़के दंगे के दौरान युवा पत्रकार लायरा मैकी की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

By NiteshEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 08:10 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 12:52 PM (IST)
उत्तरी आयरलैंड में पत्रकार की हत्या के मामले में दो गिरफ्तार
उत्तरी आयरलैंड में पत्रकार की हत्या के मामले में दो गिरफ्तार

बेलफास्ट, रायटर। उत्तरी आयरलैंड के लंदनडेरी शहर में भड़के दंगे के दौरान युवा पत्रकार लायरा मैकी की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को पुलिस के छापे की कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा में 29 वर्षीय मैकी को उपद्रवियों ने गोली मार दी थी। पुलिस इस मामले को आतंकी घटना मानते हुए जांच कर रही है। पुरस्कार विजेता पत्रकार मैकी उत्तरी आयरलैंड में दशकों चले हिंसा के दौर में लापता हुए लोगों पर किताब लिख रही थीं।

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पुलिस ने बताया कि जांच दल ने 18 और 19 साल के दो लड़कों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। उत्तरी आयरलैंड में इस समय राजनीतिक दल दो पक्षों में बंटे हुए हैं। एक वर्ग उन लोगों का समर्थन करता है, जो आयरलैंड को ब्रिटेन से अलग करने के पक्ष में हैं। वहीं दूसरा वर्ग ब्रिटेन का हिस्सा बने रहना चाहता है। हालांकि इस घटना की सभी दलों ने निंदा की है। नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है। यहां की प्रमुख छह पार्टियों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, 'लायरा की हत्या यहां के हर नागरिक पर हमला है। यह शांति और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर हमला है। इस समय सबको धैर्य रखना होगा।' नेताओं ने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की योजना पर भी चेताया है। उनका कहना है कि इस कदम से क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ेगी और आतंकियों को मौका मिलेगा। इससे शांति समझौते पर भी खतरा बढ़ेगा।

उत्तरी आयरलैंड करीब तीन दशक तक भीषण हिंसा का शिकार रहा था। इसमें 3,600 से ज्यादा लोग मारे गए थे। 1998 में गुड फ्राइडे के दिन हुए समझौते से इस हिंसा पर विराम लगा था। हालांकि अब भी कई छोटे आतंकी समूह सक्रिय हैं, जो समय-समय पर हमला करते रहते हैं। पुलिस का कहना है कि गुड फ्राइडे समझौते का विरोध करने वाले आतंकियों ने गुरुवार की घटना का अंजाम दिया है। पुलिस ने इसके लिए न्यू आइआरए समूह को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस के मुताबिक जनवरी में कोर्टहाउस के बाहर कार बम रखने के मामले में भी इसी आतंकी समूह का हाथ था।


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