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संदिग्‍ध आतंकियों के 11 फ्रांसीसी रिश्‍तेदारों को तुर्की ने भेजा वापस

वर्ष 2014 में हुए समझौते के तहत आतंकियों व उनके रिश्‍तेदारों को तुर्की से बाहर उनके देश भेजा जा रहा है।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 05:26 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 05:26 PM (IST)
संदिग्‍ध आतंकियों के 11 फ्रांसीसी रिश्‍तेदारों को तुर्की ने भेजा वापस
संदिग्‍ध आतंकियों के 11 फ्रांसीसी रिश्‍तेदारों को तुर्की ने भेजा वापस

पेरिस, एएफपी। तुर्की ने संदिग्‍ध आतंकियों के 11 फ्रांसीसी रिश्‍तेदारों को वापस भेज दिया। इस बात की जानकारी आंतरिक मंत्री क्रिस्टोफ कास्टानेर ने मंगलवार को दी है।

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बता दें कि फ्रांस, पेरिस और तुर्की के बीच वर्ष 2014 में हुए समझौते के तहत यह करार हुआ था कि जिहादियों को स्‍वदेश में स्‍वीकार कर लिया जाएगा।

एक फ्रांसीसी सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि चार महिलाएं और उनके सात बच्‍चे सोमवार सुबह यहां पहुंचे। ये सब उत्‍तर पूर्व सीरिया के कुर्दिश नियंत्रित हिस्‍सों में मौजूद कैंपों से रिहा किए गए थे। वापस लौटी दो महिलाओं के लिए पहले से ही अरेस्‍ट वारंट जारी था। उनपर आतंकियों से संपर्क का आरोप तय होने के बाद सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया।

अंकारा ने उन पश्चिमी देशों की तीखी आलोचना की जो इस्‍लामिक स्‍टेट में शामिल होने के लिए देश छोड़कर गए नागरिकों को वापस स्‍वीकार नहीं कर रहे हैं। तुर्की ने कहा कि इसके हिरासत में 1,200 विदेशी इस्‍लामिक स्‍टेट के सदस्‍य हैं।

बड़ी संख्‍या में विदेशी जिहादी सीरिया में कैद हैं, इनमें से हजारों जेल और शिविरों में रह रहे हैं। तुर्की के आंतरिक मंत्रालय ने बताया कि 11 नवंबर से अब तक 59 विदेशी आतंकियों को उनके देश भेज दिया गया।

मंत्रालय के प्रवक्‍ता इस्‍माइल काताक्‍ली ने कहा, ‘तुर्की किसी का खुला जेल या होटल नहीं है। सभी संदिग्‍धों को यहां से भेज दिया जाएगा।’ कुछ दिन पहले ही तुर्की ने अपनी कैद में मौजूद इस्लामिक स्टेट के विदेशी आतंकियों को देश से बाहर भेजना शुरू कर दिया था। एक अमेरिकी और जर्मन नागरिक के साथ उसने इसकी शुरुआत की।

फ्रांस के आंतरिक मंत्रालय के सेक्रेटरी लॉरेंट नुनेज ने पिछले महीने कहा कि करीब 250 फ्रांसीसी नागरिक 2014 समझौते के तहत आते हैं। पारिवारिक संगठनों ने आग्रह किया है कि सीरियाई शिविरों में अभी भी 300 फ्रांसीसी महिलाएं और बच्‍चे हैं। उन्‍हें वापस लाना होगा।


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