पाकिस्तान के लिए युद्धपोत बना रहा तुर्की, एर्दोगन ने रखी युद्धपोत निर्माण की आधारशिला
तुर्की दुनिया के उन दस देशों में गिना जाता है जो अपने बूते पर युद्धपोत की डिजाइन निर्माण और उनके रखरखाव में सक्षम है।
अंकारा, आइएएनएस। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन ने एलान किया है कि उनका देश पाकिस्तान के लिए अत्याधुनिक युद्धपोत बना रहा है। एर्दोगन ने रविवार को तुर्की की नौसेना में एक युद्धपोत को शामिल किए जाने के दौरान कहा, 'हमारी नौसेना की जीत का शानदार इतिहास है और इस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए इसे आधुनिक और मजबूत किया जा रहा है। हमने एक युद्धपोत का निर्माण शुरू किया है। इसे पाकिस्तान को बेचा जाएगा।' इस युद्धपोत के निर्माण की आधारशिला रखने के मौके पर पाकिस्तानी नौसेना के कमांडर एडमिरल जफर महमूद अब्बासी भी मौजूद थे।
चार युद्धपोत के लिए किया करार
पाकिस्तान के लिए जो पोत बनाया जा रहा है, वह तुर्की के युद्धपोत एमआइएलजीईएम श्रेणी का है। पाकिस्तान ने इस श्रेणी के चार युद्धपोत खरीदने के लिए तुर्की से 2018 में करार किया था। करार के तहत दो युद्धपोत तुर्की में बनेंगे और दो का निर्माण पाकिस्तान में किया जाएगा।
रडार से बचने की क्षमता
अत्याधुनिक एमआइएलजीईएम क्लास के युद्धपोत रडार से बचने में सक्षम बताए जाते हैं। 99 मीटर लंबे इन युद्धपोत का वजन 24 हजार टन है। इसकी गति 29 नॉटिकल मील है।
युद्धपोत बनाने में सक्षम तुर्की
तुर्की दुनिया के उन दस देशों में गिना जाता है, जो अपने बूते पर युद्धपोत की डिजाइन, निर्माण और उनके रखरखाव में सक्षम है। वह अब तक एमआइएलजीईएम क्लास के चार युद्धपोत बनाकर अपनी नौसेना में शामिल कर चुका है।