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इदलिब में हुए ताबड़तोड़ हमलों से यूरोपीय संघ भी चिंतित, कहा- बन सकती है बड़ी समस्‍या

इदलिब में पिछले चार दिनों से सीरियाई और तुर्की फौज लगातार हमले कर रही है। इन हमलों में सैकड़ों जवानों की मौत हो चुकी है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 05:31 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 07:00 PM (IST)
इदलिब में हुए ताबड़तोड़ हमलों से यूरोपीय संघ भी चिंतित, कहा- बन सकती है बड़ी समस्‍या
इदलिब में हुए ताबड़तोड़ हमलों से यूरोपीय संघ भी चिंतित, कहा- बन सकती है बड़ी समस्‍या

इस्तांबुल, एजेंसियां। अपने सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए तुर्की ने रूस समर्थित सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के नेतृत्व वाले शासन के ठिकानों पर हमला बोल दिया है। तुर्की ने सीरिया में रासायनिक हथियारों के एक ठिकाने को उड़ाने के साथ ही 48 सैनिकों को भी मार गिराने का दावा किया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले तुर्की ने यहां पर हमला किया था, जिसमें कई सीरियाई जवान मारे गए थे। इसके बाद सीरिया ने यहां पर मौजूद तुर्की के ठिकानों और उनके समर्थकों पर जबरदस्‍त हमला किया। इसमें 40 से अधिक जवान मारे गए थे। इसके बाद ही तुर्की ने सीरिया के करीब 200 से अधिक ठिकानों पर हमले को अंजाम देने का एलान कर दिया था। इदलिब में हो रहे ताबड़तोड़ हमलों से यूरापीय संघ भी चिंतित है। ईयू की तरफ से कहा गया है कि यदि ये समस्‍या समय रहते हल न हुई तो दुनिया के सामने बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।

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सीरियाई मानवाधिकार निगरानी समूह के मुताबिक सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इदलिब के सरायकिब शहर पर शनिवार को भी सीरियाई शासन और रूस के लड़ाकू विमानों ने हवाई हमले किए। हालांकि रूस ने इन हमलों की न सिर्फ आलोचना की थी बल्कि यहां तक कहा कि उसने किसी हमले को अंजाम नहीं दिया है। इतना ही नहीं रूस के विदेश मंत्री ने एक दिन पहले तुर्की के राष्‍ट्रपति से फोन पर बात तक की थी। आपको बता दें कि सीरिया के पश्चिमोत्तर प्रांत इदलिब में विद्रोहियों का कब्जा है। तुर्की इन विद्रोहियों का समर्थन करता है। इनको खदेड़ने के लिए सीरिया ने रूस के समर्थन से सैन्य अभियान चला रखा है। इदलिब में तुर्की के सैनिक भी मौजूद हैं।

जानकारी के मुताबिक तुर्की की सेना ने सीरिया के दक्षिणी अलेप्पो से 13 किलोमीटर दूर स्थित रासायनिक हथियारों के एक ठिकाने को तबाह कर दिया है। इसके अलावा सीरियाई शासन के दूसरे कई अड्डों को भी निशाना बनाया गया। सीरियाई मानवाधिकार निगरानी समूह के मुताबिक तुर्की ने पूर्वी अलेप्पो में एक सैन्य एयरपोर्ट को निशाना बनाया था। इस इलाके में रासायनिक हथियारों का कोई ठिकाना नहीं है। समूह के अनुसार पिछले 24 घटे के दौरान इदलिब में तुर्की के हवाई हमले में सीरियाई सेना और सहयोगी बलों के 48 सैनिक मारे गए हैं।

तुर्की के एक और सैनिक की मौत

तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सीरियाई शासन के बलों की गोलीबारी में एक और सैनिक की मौत हो गई और दो घायल हो गए।

रूस जा सकते हैं एर्दोगन

हमलों के चलते तुर्की और सीरियाई शासन के समर्थक रूस के बीच तनाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। तनाव कम करने के प्रयास में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने बताया कि एर्दोगन अगले हफ्ते मॉस्को के दौरे पर आ सकते हैं।


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