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भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच समुद्री और सुरक्षा सहयोग पर साझा बयान जारी

इस उच्चस्तरीय बैठक के एजेंडे में समुद्री दस्यु पर लगाम लगाना सूचना साझा करने मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना कानूनी व्यवस्था सहित समुद्री सुरक्षा के विभिन्न पहलु शामिल है। यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने की चीन की कोशिश की बीच हो रही है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 12:32 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 06:12 PM (IST)
भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच समुद्री और सुरक्षा सहयोग पर साझा बयान जारी
भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच समुद्री और सुरक्षा सहयोग पर त्रिपक्षीय बैठक, NSA डोभाल मौजूद

कोलंबो, पीटीआइ। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मालदीव के रक्षा मंत्री मरिया दीदी से मुलाकात की और हिंद महासागर में प्रमुख द्वीप राष्ट्र के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा बनाने पर सौहार्दपूर्ण और विस्तृत चर्चा की। दीदी के साथ डोभाल की वार्ता भारत, श्रीलंका और मालदीव के बीच श्रीलंका की राजधानी में आयोजित त्रिपक्षीय समुद्री वार्ता का हिस्सा थी। श्रीलंका, भारत और मालदीव के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग पर चौथी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार त्रिपक्षीय बैठक की मेजबानी कर रहा है। बैठक छह साल बाद हो रही है। आखिरी बैठक 2014 में नई दिल्ली में हुई थी।

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मालदीव में भारत के उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा, 'मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी ने एनएसए अजीत डोभाल से भारत और मालदीव के बीच रक्षा और सुरक्षा में द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा बनाने पर एक सौहार्दपूर्ण और विस्तृत चर्चा की।' बता दें कि त्रिपक्षीय समुद्री वार्ता के लिए डोभाल शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे थे।

3 देशों ने क्षेत्र में वर्तमान समुद्री सुरक्षा वातावरण का जायजा लिया और समुद्री जागरूकता, मानवीय सहायता और आपदा राहत, संयुक्त अभ्यास, क्षमता निर्माण, समुद्री सुरक्षा और खतरे, समुद्री प्रदूषण के क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर चर्चा की।

साझा बयान जारी करते हुए कहा गया कि तीनों देश आम चुनौतियों के लिए इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इन चुनौतियों से निपटने में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए हैं।

इस उच्चस्तरीय बैठक के एजेंडे में समुद्री दस्यु पर लगाम लगाना, सूचना साझा करने, मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना, कानूनी व्यवस्था सहित समुद्री सुरक्षा के विभिन्न पहलु शामिल है। गुरुवार को नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि एनएसए-स्तरीय त्रिपक्षीय बैठक ने हिंद महासागर के देशों के बीच सहयोग के लिए एक प्रभावी मंच के रूप में कार्य किया है। बता दें कि यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने की चीन की कोशिश की बीच हो रही है।


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