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अफगानिस्तान में आतंकियों के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई जारी, ड्रोन हमले में 3 आइएस के आतंकी ढेर

अफनागिस्तान में आतंकियों के ठिकानों के ध्वस्त करने के लिए अमेरिका की कार्रवाई जारी। ड्रोन हमले में आइएस के 3 आतंकी किए ढेर।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Sun, 25 Feb 2018 12:51 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2018 12:53 PM (IST)
अफगानिस्तान में आतंकियों के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई जारी, ड्रोन हमले में 3 आइएस के आतंकी ढेर
अफगानिस्तान में आतंकियों के खिलाफ अमेरिका की कार्रवाई जारी, ड्रोन हमले में 3 आइएस के आतंकी ढेर

काबुल (एएनआइ)। अफगानिस्तान में आतंकी समूहों के ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए अमेरिकी की कार्रवाई जारी है। इस बार अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में तीन आइएस आतंकी मारे गए। यह ड्रोन हमला अफगानिस्तान के पूर्वी कुनर प्रान्त में हुआ।अफगान सेना का हवाला देते हुए अफगानिस्तान की खामा प्रेस ने बताया कि इस बार मनोगी जिले के आसपास के क्षेत्र में ड्रोन हमले किए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, हवाई ड्रोन हमले से आतंकी समूह के ठिकानों को निशाना बनाया गया और परिणामस्वरूप तीन आतंकियों को मार गिराया गया।

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मारे गए आतंकियों में स्थानीय आतंकी समूह का नेता भी मारा गया। जिसका नाम मोहिब बताया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, अपगानिस्तान का पूर्वी कुनर प्रान्त सबसे आतंक से प्रभावित है। यह पाकिस्तान के आदिवासी क्षेत्र के बॉर्डर से लगा हुआ है। यह क्षेत्र तालिबानी, आइएस और अन्य आतंकी समूहों का गढ़ है।

अमेरिका की कार्रवाई, निशाने पर आतंकी ठिकाने

गौरतलब है कि इस साल जनवरी से लेकर अबतक अमेरिका कई बार अफगानिस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रोन से हमला कर चुका है। ड्रोन हमले से आतंकियों के ठिकानों को उड़ाया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले 9 फरवरी को हुए ड्रोन हमले में तीन आतंकी मारे गए थे। वहीं, 25 जनवरी को अमेरिका ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर ड्रोन से हमले कर हक्कानी नेटवर्क के 2 कमांडरों सहित 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसी साल 17 जनवरी को भी अमेरिका द्वारा ऐसी ही कार्रवाई की गई थी। 17 जनवरी को इस साल के पहले ड्रोन हमले में खुर्रम एजेंसी के बादशाह कोट इलाके में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था।

पिछले साल अगस्त में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई अफगान नीति के बाद खुर्रम एजेंसी में ड्रोन हमलों में तेजी आई है। इस नीति में पाकिस्तान पर आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देने का आरोप भी लगाया गया है। गौरतलब है कि 2016 में ऐसे हमले में तालिबान का शीर्ष आतंकी मुल्ला अख्तर मंसूर मारा गया था।


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