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अपनी सुरक्षा को हथियारबंद होने लगे अफगानिस्तान के लोग, आतंकियों से लोहा लेने के लिए जगह-जगह मुस्तैद हुईं निजी सेना

अफगानिस्तान के मध्य क्षेत्र में एक स्थान पर हजारा समुदाय के नेता जुल्फिकार ओमिद ने बताया कि कई स्थानों पर हजारा समुदाय तालिबान और आइएस का शिकार हुए। सरकार ने कुछ नहीं किया अब बस बहुत हो गया।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 06:28 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 06:28 PM (IST)
अपनी सुरक्षा को हथियारबंद होने लगे अफगानिस्तान के लोग, आतंकियों से लोहा लेने के लिए जगह-जगह मुस्तैद हुईं निजी सेना
जगह-जगह हथियारबंद निजी सेनाएं हो रहीं तैयार

काबुल, न्यूयार्क टाइम्स। स्कूलों में बम विस्फोट कर बच्चों की हत्या, कुश्ती क्लब में आत्मघाती हमले में कई एथलीट की एक साथ मौत और मासूम बच्चों के साथ महिलाओं को बम से उड़ाने के सिलसिले के बाद अब अफगानिस्तान की तस्वीर बदल रही है। यहां अक्सर आतंकवादियों के निशाने पर रहने वाले अल्पसंख्यक, कमजोर और पीड़ित लोग अपनी सुरक्षा के लिए खड़े हो रहे हैं। केवल सरकार के भरोसे न बैठकर अब जगह-जगह हथियारबंद निजी सेनाएं तैयार हो रही हैं।

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अल्पसंख्यक हजारा समुदाय सबसे ज्यादा आतंकियों के निशाने पर रहा। अब यह समुदाय भी अफगान सेना से ज्यादा अपनी ताकत पर भरोसा करने लगा है। अफगानिस्तान के मध्य क्षेत्र में एक स्थान पर हजारा समुदाय के नेता जुल्फिकार ओमिद ने बताया कि कई स्थानों पर हजारा समुदाय तालिबान और आइएस का शिकार हुए। सरकार ने कुछ नहीं किया, अब बस बहुत हो गया। उन्होंने बताया कि हमारे यहां आठ सौ लोगों का हथियारबंद समूह लोगों की सुरक्षा के लिए खड़ा हो गया है। वह इसको आत्म सुरक्षा ग्रुप बताते हैं।

अफगानिस्तान में यह एक स्थान की सच्चाई नहीं है, यहां अब ऐसे ही स्थानीय स्तर पर लड़ाके तैयार हो रहे हैं। अप्रैल में सेना की वापसी की घोषणा के दौरान भी इंटरनेट मीडिया पर असाल्ट रायफलों के साथ तालिबान के खिलाफ लड़ाई लड़ने की कसम खाते हुए हथियारबंद लोगों के वीडियो देखे गए थे।

अफगानिस्तान को आतंकियों के कब्जे में नहीं जाने देगा अमेरिका

प्रेट्र के अनुसार अमेरिका के नेतृत्व वाली नाटो देशों की सेनाओं की वापसी के बाद अफगानिस्तान आतंकवादियों का बड़ा गढ़ बन सकता है। इन्हीं आशंकाओं को दूर करने के लिए ही 25 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी आमने-सामने की मुलाकात में भविष्य की रणनीति तय करेंगे। अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला भी वार्ता में इसीलिए शामिल हो रहे हैं, जिससे ठोस रणनीति बनाई जा सके।

14 तालिबानी आतंकी हवाई हमले में मारे गए

आइएएनएस के अनुसार अफगानिस्तान के समंगान प्रांत में हवाई हमले के दौरान 14 तालिबानी आतंकी ढेर हो गए। इन आतंकवादियों से काफी मात्रा में हथियार, ग्रेनेड लांचर और गोलाबारूद भी मिला है। पकतिया प्रांत में एक महिला व दो बच्चों सहित पांच नागरिकों की सड़क पर जाते हुए बम विस्फोट में मौत हो गई।


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