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थाइलैंड की राजकुमारी लड़ेंगी प्रधानमंत्री पद का चुनाव, सत्तारूढ़ पार्टी को लग सकता है झटका

थाइलैंड के किंग वजीरालोंगकोर्न की बड़ी बहन राजकुमारी उबोलरत्ना राजकन्या 24 मार्च को होने वाले चुनाव में थाई रक्षा चार्ट पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार बन गई है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 07:17 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 07:17 PM (IST)
थाइलैंड की राजकुमारी लड़ेंगी प्रधानमंत्री पद का चुनाव, सत्तारूढ़ पार्टी को लग सकता है झटका
थाइलैंड की राजकुमारी लड़ेंगी प्रधानमंत्री पद का चुनाव, सत्तारूढ़ पार्टी को लग सकता है झटका

बैंकाक, एएफपी। अगले महीने होने वाले थाइलैंड के चुनाव में दिलचस्प मोड़ आ गया है। यहां सत्तारूढ़ सैन्य जुंटा के प्रमुख के सामने एक हाई प्रोफाइल शाही शख्सियत चुनावी मैदान में नजर आएंगी। इस देश के राजा की बहन राजकुमारी उबोलरत्ना ने प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी पेश की है। थाइलैंड के किंग महा वजीरालोंगकोर्न की बड़ी बहन राजकुमारी उबोलरत्ना राजकन्या (67) 24 मार्च को होने वाले चुनाव में थाई रक्षा चार्ट पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार बन गई है।

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1932 में संवैधानिक राजतंत्र बनने के बाद से थाइलैंड के शाही परिवार ने राजनीति से दूरी बनाई हुई थी। अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि उबोलरत्ना की उम्मीदवारी को किंग की स्वीकृति है या नहीं। ऐसे में राजकुमारी के इस कदम से देश की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने की संभावना है। उनके चुनाव लड़ने से देश के प्रधानमंत्री और सैन्य जुंटा के प्रमुख प्रयुत चान ओचा के सत्ता में बने रहने के मंसूबे पर भी पानी फिर सकता है।

2014 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद ओचा देश के प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद से देश में पहली बार चुनाव होने जा रहा है। सैन्य पार्टी फालंग प्रचारत ने आगामी चुनाव के लिए ओचा को अपना आधिकारिक उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। राजकुमारी उबोलरत्ना को उम्मीदवार बनाने वाली थाई रक्षा चार्ट पार्टी के नेता प्रीचापोल पोंगपनीच का कहना है, 'राजकुमार पढ़ी-लिखी होने के साथ ही कुशल भी है। प्रधानमंत्री पद के लिए उनसे बेहतर उम्मीदवार कोई नहीं हो सकता है।'

चुनाव में राजकुमारी और ओचा के आमने-सामने होने के कारण इसे लोकतंत्र और तानाशाही के बीच की लड़ाई माना जा रहा है। बता दें कि दशकों पहले एक अमेरिकी से शादी करने के बाद उबोलरत्ना को अपनी शाही पदवी छोड़नी पड़ी थी। लेकिन तलाक के बाद वह वापस थाइलैंड आ गई थी। उन्हें अब भी शाही परिवार का हिस्सा माना जाता है। बकौल उबोलरत्ना, 'मैंने शाही पदवी त्याग दी है और आम आदमी की तरह रहती हूं। एक नागरिक के तौर पर हासिल अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए मैं राजनीति में कदम रख रही हूं। थाई रक्षा चार्ट पार्टी की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार बनना स्वीकार कर लिया है।' 


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