कबूतर को लेकर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में तनातनी, 13000 किमी उड़कर पहुंचा मेलबर्न
ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी प्रधानमंत्री माइकेल मैककॉरमैक कह चुके हैं कि अगर कबूतर अमेरिका से आया होगा तो उसके साथ किसी तरह की दया नहीं की जाएगी। अगर मामले में बाइडन भी हस्तक्षेप करेंगे तो उन्हें भी निराश होना पड़ेगा क्योंकि हमारे जनसुरक्षा नियम बहुत कड़े हैं।
कैनबरा, एपी। एक कबूतर को लेकर इन दिनों अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में तनातनी चल रही है। अमेरिका के पक्षी संगठन के अनुरोध पर इस कबूतर को मारे जाने पर ऑस्ट्रेलिया में फिलहाल रोक लग गई है।
अमेरिका से 13000 किमी उड़कर रेसिंग कबूतर पहुंचा मेलबर्न
हुआ यूं कि 26 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में एक ऐसा कबूतर पकड़ा गया जिसके पैर पर बंधे बैंड में उसका पूरा विवरण लिखा था। यह रेसिंग कबूतर अमेरिका के ओरेगॉन प्रांत से करीब दो महीने पहले उड़ाया गया था। वहां से यह 13 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर मेलबर्न पहुंचा था।
ऑस्ट्रेलिया में पकड़े गए कबूतर के पैर में बैंड बंधा है
ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने कबूतर को जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानते हुए इसे मारने का फैसला किया, लेकिन इसी बीच मामले की जानकारी मिलने पर अमेरिका के ओकाहोमा की अमेरिकन रेसिंग पीजन यूनियन के मैनेजर डियोन रॉबर्ट्स ने शुक्रवार को कहा, ऑस्ट्रेलिया में पकड़े गए पक्षी के पैर में बंधा बैंड फर्जी है। इसलिए उसे मारने का फैसला रद किया जाना चाहिए।
कबूतर को बांधा गया बैंड फर्जी: ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के कृषि विभाग ने भी माना है कि कबूतर को बांधा गया बैंड फर्जी है। यह विभाग ही ऑस्ट्रेलिया में जीव सुरक्षा के मामले देखता है। विभाग ने कहा, अमेरिका में जो बाइडन की जीत के बाद किसी ने उस पक्षी के पैर में अमेरिका का बैंड बांधकर उसे उड़ाया है। वह अमेरिका से ऑस्ट्रेलिया आया नहीं हो सकता। इसलिए ऑस्ट्रेलिया को इससे खतरा नहीं है। वह इस मामले में कोई निर्णय नहीं लेगा।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने कहा- अमेरिका से आया कबूतर के साथ दया नहीं की जाएगी
वैसे ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी प्रधानमंत्री माइकेल मैककॉरमैक कह चुके हैं कि अगर कबूतर अमेरिका से आया होगा तो उसके साथ किसी तरह की दया नहीं की जाएगी। अगर मामले में बाइडन भी हस्तक्षेप करेंगे तो उन्हें भी निराश होना पड़ेगा, क्योंकि हमारे जनसुरक्षा नियम बहुत कड़े हैं।