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हांगकांग में हाई कोर्ट के बाहर चले आंसू गैस के गोले, स्प्रे पेंट से दीवारों पर नारे लिख रहे थे आंदोलनकारी

हांगकांग बार एसोसिएशन ने आंदोलनकारियों के इस कृत्य की निंदा की है और इसे आगजनी और उपद्रव वाली वारदात करार दिया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 09:48 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 09:53 PM (IST)
हांगकांग में हाई कोर्ट के बाहर चले आंसू गैस के गोले, स्प्रे पेंट से दीवारों पर नारे लिख रहे थे आंदोलनकारी
हांगकांग में हाई कोर्ट के बाहर चले आंसू गैस के गोले, स्प्रे पेंट से दीवारों पर नारे लिख रहे थे आंदोलनकारी

हांगकांग, रायटर। हांगकांग में रविवार की शांतिपूर्ण विशाल जनसभा के बाद सोमवार को फिर पेट्रोल बम और आंसू गैस के गोले चले। कोर्ट बिल्डिंग के बाहर आंदोलनकारियों ने स्प्रे पेंट से नारे लिखे। उन्हें रोकने के लिए जब सख्ती की गई और खदेड़ने का प्रयास किया गया तो आंदोलनकारियों की ओर से पेट्रोल बम और पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले चल निकले। आंदोलनकारियों ने हड़ताल के आह्वान के बावजूद सोमवार को हांगकांग के मेट्रो रेल सिस्टम को बाधित नहीं किया।

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सरकारी संपत्ति को पहुंचा नुकसान

पुलिस ने बताया है कि दंगाइयों के एक समूह ने हाई कोर्ट के बाहर पहुंचकर पेट्रोल बम फेंकने शुरू कर दिए जिससे वहां आग लग गई। इससे सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है। इसके अतिरिक्त कॉजवे बे और वान चाई इलाकों में कुछ बैंकों की इमारतों और दुकानों को भी उपद्रवियों ने नुकसान पहुंचाया है।

हांगकांग बार एसोसिएशन ने आंदोलनकारियों का किया विरोध

हांगकांग बार एसोसिएशन ने आंदोलनकारियों के इस कृत्य की निंदा की है और इसे आगजनी और उपद्रव वाली वारदात करार दिया है। पुलिस ने बताया है कि बीते सप्ताह कुल 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छह महीने के आंदोलन में अभी तक कुल 6022 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इधर चीन के सरकारी समाचार पत्र चाइना डेली ने अपने संपादकीय में हांगकांग में कानून व्यवस्था कायम करने के लिए सख्त कदम उठाने की वकालत की है। कहा है कि वहां पर चल रहा हिंसक आंदोलन अराजक हो गया है जिससे हांगकांग की जनता आजिज आ चुकी है।

वहीं, इसके पहले हांगकांग के मध्य मुख्य कारोबारी इलाके की धरती पर रविवार को काले रंग की चादर बिछ गई थी। जिस सड़क पर देखो-उसी से काले कपड़े पहने लोकतंत्र समर्थकों का रेला वहां पहुंच रहा था। बच्चे-बूढ़े और जवान, सभी के मुख से- आजादी के लिए हांगकांग के साथ खड़े हों, का नारा निकल रहा था। आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर आयोजित जनसभा में लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था। यह हाल के महीनों का सबसे बड़ा जमावड़ा था। 


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