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20 सालों का संघर्ष एक घंटे की चर्चा से कैसे खत्म हो सकता है: तालिबान

तालिबान ने कहा कि जब तक 20 सालों से जारी जंग के पीछे के कारणों पर चर्चा नहीं की जाती तब तक सीजफायर के लिए सहमत नहीं।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 08:21 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 08:21 AM (IST)
20 सालों का संघर्ष एक घंटे की चर्चा से कैसे खत्म हो सकता है:  तालिबान
20 सालों का संघर्ष एक घंटे की चर्चा से कैसे खत्म हो सकता है: तालिबान

दोहा, एएनआइ। 20 सालों से चल रहा संघर्ष एक घंटे की चर्चा से खत्म नहीं हो सकता, ये कहना है तालिबान का। तालिबान (Taliban) सीजफायर के लिए सहमत नहीं होगा। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम (Mohommed Naeem) ने कहा कि जब तक जंग के मुख्य कारणों पर चर्चा नहीं की जाएगी सीजफायर के लिए तालिबान राजी नहीं है।   

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टोलो न्यूज (Tolo News) के अनुसार, प्रवक्ता ने दावा किया कि वार्ता के पहले चरण की शुरुआत के साथ आतंकियों ने हिंसा में कमी कर दी थी लेकिन सरकार ने अपनी आक्रामक कार्रवाईयों पर रोक नहीं लगाई।

प्रवक्ता ने कहा, ' 20 सालों से चला आ रहा संघर्ष एक घंटे में खत्म होने का कोई मतलब नहीं बनता। हमारे विचार से इस युद्ध की समस्या के मुख्य मुद्दे पर चर्चा की जानी चाहिए और इसके बाद सीजफायर पर ताकि स्थायी तौर पर इसका समाधान हो सके।' उन्होंने आगे कहा कि मान लें यदि आज हम सीजफायर का ऐलान करते हैं लेकिन कल समझौते पर सहमत होने में असफल होते हैं तो क्या हम फिर से युद्ध की राह पर चले जाएंगे? इसका क्या अर्थ है?' नईम ने आगे कहा कि तालिबान इस्लामिक व्यवस्था चाहता है जो पब्लिक और देशके प्रति जवाबदेह हो।


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