अफगानिस्तान: तालिबान का ऐलान, अमेरिकी सैनिक वापस लौटें फिर होगी सरकार से बातचीत
तालिबान ने अफगानिस्तान सरकार से किसी भी तरह की सीधी बातचीत के प्रस्ताव को खारिज करते हुआ ये बात कही है।
काबुल, रायटर्स। तालिबान ने अफगान सरकार से सीधी बातचीत करने से इनकार कर दिया है।तालिबान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि वे अफगान सरकार के साथ किसी भी तरह की सीधी बातचीत नहीं करेंगे। तालिबान ने अफगान सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के उस बयान को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि अगले दो हफ्तों के भीतर बैठक करने की योजना है।
कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि ' अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की टुकड़ी के अपने देश वापस लौटने के ऐलान के बाद ही अफगान सरकार के साथ वार्ता शुरू होगी।' बता दें, शनिवार को शांति मामलों के राज्य मंत्री अब्दुल सलाम रहीमी ने कहा था कि अफगानिस्तान सरकार आने वाले दो हफ्तों में तालिबान के साथ सीधी बातचीत करेगी। इस दौरान वो 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करेंगे।
PAK से बातचीत को तैयार तालिबान
इससे पहले मीडिया में आई खबरों के मुताबिक अफगान तालिबान ने कहा कि पाक पीएम के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तालिबान ने कहा कि अगर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अफगानिस्तान में 18 साल से चले आ रहे संघर्ष को खत्म करने के लिए उन्हें बातचीत का निमंत्रण देते हैं तो वो पाकिस्तान जाकर उनसे मुलाकात के लिये तैयार है।
यह बयान इमरान खान के अमेरिका के अपने पहले आधिकारिक दौरे से इस्लामाबाद लौटने के कुछ घंटों बाद आया है। इमरान ने इस यात्रा के दौरान सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में अफगान शांति प्रक्रिया पर चर्चा की थी और संघर्ष को समाप्त करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई थी। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका को निकलने में पाकिस्तान मदद करेगा और अमेरिका व पाकिस्तान के संबंधों में काफी संभावनाएं हैं।
तालिबान को बातचीत के लिए इमरान के बुलावे का इंतजार
व्हाइट हाउस में हुई बातचीत के दौरान इमरान खान के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद भी मौजूद थे। कतर की राजधानी दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने बीबीसी उर्दू को बताया कि अगर प्रधानमंत्री खान औपचारिक निमंत्रण देते हैं तो वे उसे स्वीकर करेंगे। उन्होंने कहा, 'हम अक्सर क्षेत्र के देशों का दौरा करते हैं और निश्चित रूप से पाकिस्तान भी जाएंगे जो हमारा मुस्लिम पड़ोसी है, अगर इस्लामाबाद की तरफ से औपचारिक निमंत्रण आता है तो।'
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप