तालिबान ने काबुल की सड़क पर की टोलो न्यूज के पत्रकार की जमकर पिटाई, आतंकियों का सामने आया असली चेहरा
तालिबान ने टोलो न्यूज के पत्रकार की जमकर पिटाई की है। उसका कसूर सिर्फ इतना ही था कि वो काबुल की सड़क पर वहां की हकीकत बयां कर रहा था। इससे पहले उसकी हत्या की भी अफवाह उड़ाई गई थी बाद में इसका खंडना किया गया।
काबुल (जेएनएन)। तालिबान ने काबुल की सड़क पर रिपोर्टिंग कर रहे एक टोलो न्यूज के पत्रकार की जमकर पिटाई की है। ये खबर ऐसे समय में सामने आई है जब तालिबान ये कह रहा है कि वो किसी के साथ गलत बर्ताव नहीं करेगा और उसके शासन में सभी आराम से काम कर सकेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले तालिबान ने टोलो न्यूज की दो महिला पत्रकारों को काम करने से रोक दिया था।
आपको बता दें कि टोलो न्यूज ने पहले इस पत्रकार की तालिबान द्वारा हत्या किए जाने की जानकारी दी थी, लेकिन बाद में खुद पत्रकार ने इसका खंडन किया तो टोलो न्यूज ने भी अपनी खबर में सुधार करते हुए बताया कि पत्रकार की केवल पिटाई की गई है। टोलो न्यूज के मुताबिक इस पत्रकार का नाम जियार खान याद है।
जियार के मुताबिक बुधवार को वो काबुल के हाजी याकूब चौराहे पर अफगानिस्तान में फैली बेरोजगारी की रिपोर्टिंग कर रहे थे, तभी तालिबान आतंकियों ने उन्हें पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। जियार ने बताया कि तालिबान ने उन्हें बिना सोचे समझे ही पकड़ लिया और उनके कुछ पूछने से पहले ही उनकी पिटाई शुरू कर दी। उनके मुताबिक तालिबान आतंकियों ने उनका कैमरा भी तोड़ दिया और उनका मोबाइल भी छीन लिया। वो तालिबानियों से गुहार लगाते रहे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
जियार का कहना है कि तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद इस तरह की चीजें पहली बार सामने नहीं आई हैं। 15 अगस्त के बाद से अब तक कई पत्रकारों के साथ तालिबान ने इस तरह का ही सलूक किया है। आपको बता दें कि एक भारतीय पत्रकार की भी तालिबान की गोली से मौत हो गई थी।
इस घटना पर अफगानिस्तान के पत्रकारों ने कड़ी नाराजगी जताई है। इन पत्रकारों का कहना है कि तालिबान को पत्रकारों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। इन पत्रकारों ने अंतरराष्ट्रीय जगत से भी समस्या के समाधान की गुहार लगाई है।
Disclaimer- पहले टोलो न्यूज और एएनआइ एजेंसी पर पत्रकार की तालिबानी आतंकियों द्धारा हत्या की खबर आई थी, लेकिन बाद में इसका खंडन किया गया। खबर में भी उसी प्रकार बदलाव किया गया।