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Taliban in Afghanistan: तालिबान का नया फरमान- टीवी पर कार्यक्रम प्रस्तुत करते महिलाओं को चेहरा ढकना अनिवार्य

अफगानिस्तान की महिलाओं के लिए तालिबान हर रोज नया फरमान सुना रहा है। अब तालिबान के सूचना और संस्कृति मंत्रालय ने फरमान सुनाया है कि महिला टीवी पर कार्यक्रम प्रस्तुत करते वक्त चेहरा ढकेंगी। अगर वह ऐसा नहीं करती हैं तो उनके माता-पिता को दंडित किया जाएगा।

By Babli KumariEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 04:20 PM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 09:48 PM (IST)
Taliban in Afghanistan: तालिबान का नया फरमान- टीवी पर कार्यक्रम प्रस्तुत करते महिलाओं को चेहरा ढकना अनिवार्य
तालिबान ने टीवी चैनलों कार्यक्रम प्रस्तुत करते समय अपने चेहरे को ढंकने का दिया निर्देश

काबुल,एएनआइ। तालिबान जबसे अफगानिस्तान पर कब्जा किया है, उसका असली चेहरा सबके सामने आ चूका है। महिलाओं के हित, शिक्षा और नौकरी की आजादी की बात करने वाला तालिबान, अब अफगानिस्तान में महिलाओं का जीना दूसबार कर रखा है। अपने नए-नए प्रतिबंधों में तालिबान सरकार महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियां पहले भी लगा चूका है। अब एक नये फरमान के साथ ये तालिबान सरकार तैयार है, तालिबान ने टीवी चैनलों पर काम करने वाली सभी महिला प्रस्तुतकर्ताओं को कार्यक्रम प्रस्तुत करते समय अपने चेहरे को ढंकने का निर्देश दिया है। टोलोन्यूज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 

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फरमान के इस सिलसिले को जारी रखते हुए, उप नैतिक और सूचना- संस्कृति मंत्रालयों ने इसे अंतिम फैसला बताया और कहा कि अफगानिस्तान में सभी मीडिया आउटलेट्स को यह आदेश जारी कर दिया गया है।

महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस पर भी लगा रोक 

इस महीने की शुरुआत में, अफगानिस्तान के सबसे प्रगतिशील शहर हेरात में अधिकारियों ने ड्राइविंग प्रशिक्षकों से कहा कि वे महिलाओं को लाइसेंस जारी करना बंद करें।

ड्राइविंग स्कूलों की देखरेख करने वाले हेरात के ट्रैफिक मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के प्रमुख जन आगा अचकजई ने कहा, 'हमें मौखिक रूप से महिला ड्राइवरों को लाइसेंस जारी करने से रोकने का निर्देश दिया गया है।'

बिना पुरुष के हवाई यात्रा पर भी रोक 

तालिबान ने कथित तौर पर अफगानिस्तान एयरलाइंस से कहा है कि महिलाएं बिना पुरुष संरक्षक के घरेलू या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में यात्रा नहीं कर सकती हैं।

UN सहायता मिशन की महिलाओं को भी बुर्का पहनने का दिया आदेश 

अफगानी महिलाओं के लिए बुर्का अनिवार्य करने के बाद तालिबान ने अब अफगानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) की महिला कर्मियों को भी हिजाब पहनने का फरमान सुनाया है। अगर कोई महिला कर्मी बिना हिजाब पाई गई, तो उसे विनम्रता से समझाया जाएगा। यूएन दफ्तर के बाहर महिला कर्मियों के लिए हिजाब अनिवार्य करने संबंधी पोस्टर भी चिपकाए गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि महिला कर्मियों के लिए चादरी या बुर्का पहनना बेहतर होगा।

महिलाओं ने आदेश का किया विरोध 

तालिबान नेताओं के हिजाब पहनने के नए आदेश का दर्जनों अफगान महिलाओं ने विरोध किया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता प्राप्त तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार अब महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन कर रही है।

घोषणा के जवाब में, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय महिलाओं और लड़कियों सहित अफगानों के मानवाधिकारों के संरक्षण और सम्मान के संबंध में कई आश्वासनों के विपरीत है।

तालिबान ने चेतावनी दी है कि अगर महिलाओं ने आदेश की अवहेलना की, तो उनके माता-पिता को दंडित किया जाएगा और उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा। 


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