Move to Jagran APP

US: अमेरिका में ताइवान की राष्ट्रपति बोलीं- द्वीप को सुरक्षित रखने से दुनिया की भी होगी सुरक्षा

ताइवान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन (Taiwan President Tsai Ing-wen) अमेरिकी की बेहद संवेदनशील यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को संदेश दिया कि उनके स्वशासित द्वीप को मजबूत बनाए रखने से दुनिया की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghPublished: Fri, 31 Mar 2023 04:30 PM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 04:35 PM (IST)
US: अमेरिका में ताइवान की राष्ट्रपति बोलीं- द्वीप को सुरक्षित रखने से दुनिया की भी होगी सुरक्षा
द्वीप को सुरक्षित रखने से दुनिया की भी होगी सुरक्षा

न्यूयॉर्क, एजेंसी। ताइवान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन अमेरिकी की बेहद संवेदनशील यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को संदेश दिया कि उनके स्वशासित द्वीप को मजबूत बनाए रखने से दुनिया की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। चीनी अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि ताइवान के नेता के इस कदम की कड़ी प्रतिक्रिया हो सकती है।

loksabha election banner

राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की न्यूयॉर्क यात्रा को ताइवान केवल एक "ट्रांजिट" के रूप में देख रहा है। लेकिन, उन्होंने मध्य अमेरिका जाने से पहले बुधवार और गुरुवार को घटनाओं का पूरा एजेंडा रखा।

त्साई की यात्रा पर बहुत कम जानकारी सार्वजनिक

त्साई की यात्रा के दौरान अगले सप्ताह हाउस स्पीकर केविन मैककार्थी के साथ बैठक होने की भी उम्मीद है। यह अमेरिकी सरजमीं पर अमेरिका और ताइवान के अधिकारियों के बीच सर्वोच्च स्तर की व्यक्तिगत बैठकों में से एक होगी। यह बात बीजिंग को सबसे ज्यादा खटक रही है।

उनकी यात्रा की संवेदनशीलता को देखते हुए त्साई के पूरे यात्रा कार्यक्रम के बारे में बहुत कम जानकारी सार्वजनिक की गई है। गुरुवार के उनके कार्यक्रमों को समाचार मीडिया के लिए बंद कर दिया गया था।

विदेशी समर्थन के लिए महत्वपूर्ण है त्साई की यात्रा

ताइवान के लिए अपने विदेशी समर्थन को प्रदर्शित करने में यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। यह ताइवान और अमेरिका दोनों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन ताइवान को अपने क्षेत्र के रूप में देखता है। साथ ही वह अमेरिका और ताइवान के अधिकारियों के बीच किसी भी सौदे को अपनी संप्रभुता के लिए एक चुनौती के रूप में देखता है।

भारत प्रशांत क्षेत्र में टकराव बढ़ने की आशंका

त्साई की यात्रा के दौरान अमेरिकी सांसदों के साथ बैठक होगी। यह यात्रा ऐसे समय में तनाव बढ़ा रही है, जब चीन और अमेरिका और उसके सहयोगी भारत-प्रशांत क्षेत्र में संभावित टकराव के लिए अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा रहे हैं। जरूरी होने पर बल द्वारा ताइवान को अपने कब्जे में लेने का चीन का दृढ़ संकल्प इस क्षेत्र के मुख्य टकराव के रूप में खड़ा है।

त्साई ने गुरुवार रात को हडसन इंस्टीट्यूट थिंक टैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिए भाषण में चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करने में ताइवान की दृढ़ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ताइवान की जनता लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग है। चीन के विपरीत ताइवान शांति का पक्षधर है। उन्होंने कहा कि ताइवान की रक्षा वास्तव में अमेरिका की रक्षा है।

संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की करेंगे रक्षा- निंग

गुरुवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने त्साई और अमेरिकी नेताओं के बीच किसी भी बातचीत पर चीन की गंभीर आपत्तियों को दोहराया। माओ ने बीजिंग में कहा कि चीन अमेरिका और ताइवान के बीच किसी भी तरह की आधिकारिक बातचीत का दृढ़ता से विरोध करता है। चीन स्थिति पर बारीकी से नजर रखेगा। हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की चीन दृढ़ता से रक्षा करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.