चीन के खिलाफ तैयारी में जुटा ताइवान, सुरक्षात्मक पहलुओं की जांच शुरू
चीन की ओर से संभावित घुसपैठ के मद्देनजर ताइवान ने पूरी मुस्तैदी के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं।
ताइपेई, एएनआइ। चीन के साथ बढ़े तनावों के बीच ताइवान ने पांच दिन लंबे लाइव फायर वार गेम्स एक्सरसाइज की शुरुआत की है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, ताइवान का यह कदम बीजिंग के संभावित घुसपैठ को देखते हुए उठाया गया है। चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हुआंग शू कुआंग (Huang Shu-kuang) ने सोमवार को वार्षिक ड्रिल हान कुआंग (Han Kuang) की शुरुआत की।
बता दें कि पिछले माह ताइवान द्वीप के ऊपर अमेरिकी ट्रांसपोर्ट प्लेन के उड़ान भरने के कुछ घंटे बाद ही चीन ने समूचे ताइवान में लड़ाकू विमान भेज दिया। इससे क्षेत्र में कूटनीतिक और सैन्य तनाव काफी बढ़ गया है। इसके जवाब में ताइपेई ने भी अपने जेट के जरिए पीपल्स लिबरेशन आर्मी के एयर फोर्स को चेतावनी दी। रक्षा मंत्रालय के हवाले से ताइवान ने यह रिपोर्ट जारी की है।अमेरिका की ओर से ताइवान को दी गई सहायता को लेकर चीन बौखलाया हुआ है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने मंगलवार को बताया कि अमेरिका को ताइवान के साथ अपने सैन्य संबंधों को खत्म करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस डील को रद करने से अमेरिका चीन के द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान नहीं पहुंचेगा और ताइवान में शांति-स्थिरता बनी रहेगी।
झाओ ने कहा कि चीन हर स्तर पर ताइवान को किए जा रहे हथियारों की बिक्री का विरोध करता है। हमने चीन के राष्ट्रीय हितों को रक्षा करने के लिए कुछ प्रभावी कदम उठाने का फैसला किया है। जिसके तहत हम इस मिसाइल के निर्माता लॉकहीड मॉर्टिन पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं।
अमेरिका से हथियार खरीदने पर चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि ताइवान इन रक्षा सौदों के जरिए अमेरिका को सुरक्षा शुल्क चुका रहा है। ताइवान की अपने लोगों की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। ताइवान की रक्षा को पारंपरिक तरीके से नहीं आंका जा सकता है। यह केवल रणनीतिक संतुलन का परिणाम है। चीन की शक्ति के सामने ताइवान कहीं नहीं टिकता।