सम्मान: अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार सीरियाई किशोर ने जीता
हेग में अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार की ट्राफी उठाए सीरिया का 16 वर्षीय किशोर मुहम्मद अल जुंदे। साथ में नोबेल पुरस्कार नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई।
हेग (आइएएनएस)। युद्ध प्रभावित सीरिया के 16 वर्षीय किशोर मुहम्मद अल जुंदे को सोमवार को यहां इस साल के अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। उन्हें यह पुरस्कार सीरियाई बाल शरणार्थियों के अधिकार सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिए दिया गया। दुनियाभर में बाल अधिकारों की पैरवी के लिए गठित किड्स राइट्स संगठन 2005 से हर साल किसी बच्चे को अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित करता है।
सीरिया में गृहयुद्ध के चलते पलायन करने वाले जुंदे अपने परिवार के साथ लेबनान के एक शरणार्थी शिविर में स्कूल चलाते हैं। इस स्कूल में करीब 200 बच्चों को शिक्षा मुहैया कराई जा रही है। अल जुंदे को यह पुरस्कार नोबेल विजेता मलाला यूसुफजई के हाथों प्राप्त हुआ। इस मौके पर मलाला ने कहा, ‘मुहम्मद अल जुंदे यह बात जानते हैं कि सीरिया का भविष्य बच्चों पर और उनका भविष्य शिक्षा पर निर्भर है। तमाम मुसीबतों के बावजूद अल जुंदे और उनका परिवार कई बच्चों को स्कूल जाने में मदद कर रहा है।’
दुनिया में 2.8 करोड़ बच्चे विस्थापित
मलाला ने कहा कि इस समय दुनियाभर में करीब 2.8 करोड़ बच्चे विस्थापित हैं। अकेले सीरिया युद्ध से ही करीब 25 लाख बच्चे शरणार्थी जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं।
16 वर्षीय मुहम्मद अल जुंदे को यह पुरस्कार सीरियाई बाल शरणार्थियों के अधिकार सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिए दिया गया।
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