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Pashupatinath Temple: नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में संदिग्‍ध वस्‍तु मिलने पर हड़कंप, सेना और पुलिस मौके पर

नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित प्रसिद्ध और ऐतिहासिक पशुपतिनाथ मंदिर में संदिग्‍ध वस्‍तु मिली है जिससे हड़कंप मच गया।।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 07:01 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 07:26 PM (IST)
Pashupatinath Temple: नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में संदिग्‍ध वस्‍तु मिलने पर हड़कंप,  सेना और पुलिस मौके पर
Pashupatinath Temple: नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में संदिग्‍ध वस्‍तु मिलने पर हड़कंप, सेना और पुलिस मौके पर

काठमांडू, एएनआइ। Pashupatinath Temple in Kathmandu: नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित प्रसिद्ध और ऐतिहासिक पशुपति मंदिर में संदिग्‍ध वस्‍तु मिली है, जिससे हड़कंप मच गया। पुलिस ने बताया कि नेपाल आर्मी और नेपाल पुलिस मौके है। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि संदिग्ध वस्तु बम है या कुछ और।  

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क्‍या है मंदिर का महत्‍व  

नेपाल का मंदिर बागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। यह मंदिर भव्य है और यहां पर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। पशुपति काठमांडू घाटी के प्राचीन शासकों के अधिष्ठाता देवता रहे हैं। पाशुपत संप्रदाय के इस मंदिर के निर्माण का कोई प्रमाणित इतिहास तो नहीं है किन्तु कुछ जगह पर यह उल्लेख मिलता है कि मंदिर का निर्माण सोमदेव राजवंश के पशुप्रेक्ष ने तीसरी सदी ईसा पूर्व में कराया था।

605 ईस्वी में अमशुवर्मन ने भगवान के चरण छूकर अपने को अनुग्रहीत माना था। बाद में इस मंदिर का पुन: निर्माण लगभग 11वीं सदी में किया गया था। दीमक की वजह से मंदिर को बहुत नुकसान हुआ, जिसकी कारण लगभग 17वीं सदी में इसका पुनर्निर्माण किया गया। मूल मंदिर कई बार नष्ट हुआ है। इसे वर्तमान स्वरूप नरेश भूपलेंद्र मल्ला ने 1697 में प्रदान किया।

भूकंप में बाहरी इमारत को हुआ था नुकसान 

अप्रैल 2015 में आए विनाशकारी भूकंप में पशुपतिनाथ मंदिर के विश्व विरासत स्थल की कुछ बाहरी इमारतें पूरी तरह नष्ट हो गयी थी जबकि पशुपतिनाथ का मुख्य मंदिर और मंदिर की गर्भगृह को किसी भी प्रकार की हानि नहीं हुई थी।

जल्‍द घोषित की थी सम्पत्ति

ऐतिहासिक पशुपतिनाथ मंदिर ने हाल ही में पहली बार सम्पत्ति घोषित की थी। पशुपति मंदिर प्रशासन के अनुसार, मंदिर के खजाने में नकद 120 करोड़ रुपए हैं। इसके अलावा संपत्ति के रूप में मंदिर के पास 9.276 किलो सोना और 316 किलो चांदी है। मंदिर ट्रस्ट के नाम पर कुल 186 हेक्टेयर जमीन भी है।


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