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रूसी महिला से शादी के बाद राजा को छोड़ने पड़ी थी राजगद्दी, अब इस शख्स ने संभाली सत्ता

सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने मलेशिया के नए राजा के रुप में अपना कार्यभार संभाल लिया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 31 Jan 2019 12:09 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jan 2019 12:44 PM (IST)
रूसी महिला से शादी के बाद राजा को छोड़ने पड़ी थी राजगद्दी, अब इस शख्स ने संभाली सत्ता
रूसी महिला से शादी के बाद राजा को छोड़ने पड़ी थी राजगद्दी, अब इस शख्स ने संभाली सत्ता

कुआलालम्पुर, एजेंसी। सुल्तान अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह ने मलेशिया के नए राजा के रुप में अपना कार्यभार संभाल लिया है। शाह का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। पिछले सप्ताह ही राज परिवार ने उन्हें अपना नया राजा चुना था। सुल्तान अब्दुल्ला ने गुरुवार को पद की शपथ ली। संसद पहुंचने पर सुल्तान अब्दुल्ला का प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद और उपप्रधानमंत्री वान इस्माइल ने स्वागत किया। इसके बाद नए राजा को शाही सैनिकों ने 21 तोपों की सलामी दी।  

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नाज़रीन शाह बनीं उपराजा

सुल्तान के बाद नाज़रीन शाह को उपराजा के पद की शपथ दिलाई गई। नाजरीन को सुल्तान के साथ ही देश का उप राजा चुना गया था। 59 साल के अब्दुल्ला सुल्तान अहमद शाह को जुलाई 1976 में देश का क्राउन प्रिंस घोषित किया गया था। उस वक्त शाह सिर्फ 16 साल के ही थे। पहली बार वे बीस साल की उम्र में अपने पिता के कामकाज को संभाला था। शाह के पिता सुल्तान अहमद शाह 1979 से 1984 तक देश के राजा रहे।

इस वजह से राजा ने छोड़ी थी राजगद्दी

पिछले महीने सुल्तान मुहम्मद पंचम के अचानक राजगद्दी छोड़ने के कारण देश को नए राजा का चुनाव करना  पड़ा था। उन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही राजगद्दी छोड़ दी। उन्हें राजगद्दी पर बैठे दो साल ही हुए थे। ऐसा करने वाले वह मलेशिया के पहले राजा हैं। उन्होंने मिस मॉस्को रही रूसी महिला से शादी कर ली है। जिसकी वजह से उन्हें पद छोड़ना पड़ा था। 

हर पांच साल राजा का होता है चुनाव

मलेशिया के संवैधानिक राजतंत्र में हर पांच साल पर देश का नया राजा चुनने की व्यवस्था है। इसके तहत देश के नौ राज्यों के शासकों को ही रोटेशन प्रणाली के तहत बारी-बारी से राजगद्दी पर बैठने का मौका मिलता है। इससे पहले से माना जा रहा था कि पहांग राज्य के शासक सुल्तान अब्दुल्ला ही राजगद्दी संभालेंगे क्योंकि रोटेशन प्रणाली के तहत इस बार इसी राज्य की बारी थी।


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