सोमालिया: विस्फोटक से लदी कार लेकर होटल में घुसा आतंकवादी, दो पत्रकार समेत 26 की मौत
दक्षिण सोमालिया के मेदिना होटल में एक आत्मघाती हमलावर विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर घुसा था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है।
मोगादिशू, एएफपी। दक्षिणी सोमालिया में शुक्रवार की रात बड़ा आतंकी हमला हुआ जिसमें दो पत्रकारों समेत 26 लोगों की मौत हो गई। किसमायो शहर स्थित होटल में हुए इस आत्मघाती हमले में 56 लोग घायल भी हुए हैं। हमले के वक्त कई नेता और व्यापारी होटल में मौजूद थे।
मारे गए लोगों में केन्या व तंजानिया के तीन-तीन, अमेरिका के दो और कनाडा का एक नागरिक था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमला बहुत भयावह था। गोलियों की आवाज सुनते ही लोग इधर-उधर भागने लगे थे।
होटल में चारों तरफ खून से लथपथ लाशें बिखरी हुई थीं। आतंकी संगठन अल- शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अल-कायदा से जुड़े इस समूह ने यहां पहले भी कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है। 2011 में इस समूह को राजधानी मोगादिशू से खदेड़ दिया गया था।
हालांकि, देश के ग्रामीण इलाकों में यह संगठन अब भी सक्रिय हैं। अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को मदीना होटल में आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी गाड़ी घुसा दी थी। उसके पीछे सोमालिया पुलिस की वर्दी पहने कई बंदूकधारी गोलियां बरसाते हुए होटल में दाखिल हो गए।
बाद में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सभी चारों आतंकियों को मार गिराया गया। सुरक्षा अधिकारी मुहम्मद अब्दीवेली ने कहा कि स्थिति अब काबू में है, लेकिन मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हमले में स्थानीय पत्रकार मुहम्मद साहल के साथ ही सोमालिया मूल की कनाडाई पत्रकार होदान नलायेह की भी मौत हो गई। सोमालिया के पत्रकार संगठन ने दोनों की मौत पर दुख जताया है।
'अल शबाब' बड़ा खतरा
अल शबाब एक बड़ा सुरक्षा खतरा बना हुआ है।अल शबाब के आतंकी अक्सर सोमालिया और पड़ोसी केन्या में बमबारी करते हैं। जिनकी सेना अफ्रीकी संघ-शासित शांति सेना का हिस्सा बनती है जो सोमाली सरकार की रक्षा में मदद करती है। अल शबाब को 2011 में मोगादिशु से बाहर कर दिया गया था और तब से इसे इसके अन्य गढ़ों से हटा दिया गया है। यह 2012 में किसमायु से बाहर निकाल दिया गया था।
शहर का बंदरगाह करों, लकड़ी के निर्यात और हथियारों और अन्य अवैध आयातों पर कर से समूह के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत था। Kismayu जुब्लांद की वाणिज्यिक राजधानी है, दक्षिणी सोमालिया का एक क्षेत्र अभी भी आंशिक रूप से अल शबाब द्वारा नियंत्रित है। अल शबाब एक बड़ा सुरक्षा खतरा बना हुआ है, जिसमें लड़ाके अक्सर सोमालिया और पड़ोसी केन्या में बमबारी करते हैं, जिनकी सेना अफ्रीकी संघ-शासित शांति सेना का हिस्सा बनती है जो सोमाली सरकार की रक्षा करने में मदद करती है।