हांगकांग में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक टकराव, पेट्रोल बमों और पत्थरों से रबर बुलेट का जवाब
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के शासन की 70 वीं वर्षगांठ एक अक्टूबर को मनाई जाएगी लेकिन लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारी इन आयोजनों का रंग फीका करने पर उतारू हैं।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग में रविवार को पूरे दिन प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक टकराव होता रहा। कई स्थानों पर भड़के विरोध प्रदर्शनों को जब पुलिस ने पानी की बौछार, रबर बुलेट और आंसू गैस से काबू करने की कोशिश की तो उसे पेट्रोल बमों और पत्थरों से जवाब दिया गया। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों के सड़कों पर आने से पुलिस को लेने के देने पड़ गए। प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए अधिकारी एक स्थान से दूसरे स्थान पर दिनभर भागते रहे।
हांगकांग में रविवार पुलिस और प्रशासन के लिए काफी मुश्किल का दिन रहा। कॉजवे बे शॉपिंग डिस्टि्रक्ट, वान चाई बार एरिया और एडमिरेल्टी डिस्टि्रक्ट के ऑफिस एरिया में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दिनभर लुकाछिपी होती रही। शांतिपूर्ण जनसभा के बाद युवा जब सड़क पर आए तो उनका पुलिस से टकराव हो गया। इसके बाद तो हिंसक टकराव इन तीनों इलाकों तक फैल गया। इन टकराव में दर्जनों लोगों के घायल होने की खबर है।
आयोजनों का रंग फीका करने पर उतारू प्रदर्शनकारी
चीन गणराज्य की स्थापना की 70 वीं वर्षगांठ एक अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस वर्षगांठ को चीन ने काफी भव्य तरीके से मनाने की योजना बनाई है, लेकिन पता चला है कि लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारी इन आयोजनों का रंग फीका करने पर उतारू हैं। आंदोलनकारियों की मंशा को भांपते हुए हांगकांग में कई आयोजन रद भी कर दिए गए हैं।
प्रदर्शनों में शामिल ज्यादातर युवाओं ने काले कपड़े पहन और काले मास्क लगा रखे थे। ये अंब्रेला भी लिए हुए थे। इसके कारण उन पर आंसू गैस और पानी की बौछारों का कम असर हो रहा था। कई प्रदर्शनकारियों ने तो पुलिस के चलाए आंसू गैस के शेल उठाकर वापस पुलिस की ओर फेंक दिए। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान काफी तोड़फोड़ भी की। तोड़फोड़ से पैदा कबाड़ का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमले के लिए किया। सड़क के किनारे के मकानों और सरकारी संपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया गया है।