जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान जारी कर रहा झूठे बयान, श्रीलंकार्इ राष्ट्रपति ने खोली पोल
जम्मू-कश्मीर मसले पर विश्व बिरादरी का साथ न मिलता देख पाकिस्तान अब झूठ के सहारे हवा बनाने की कोशिश में है।
कोलंबो, एएनआइ। जम्मू-कश्मीर मसले पर विश्व बिरादरी का साथ न मिलता देख पाकिस्तान अब झूठ के सहारे हवा बनाने की कोशिश में है। इसी के चलते श्रीलंका में पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन द्वारा जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताने का दावा कर दिया। श्रीलंका ने स्पष्टीकरण दिया है कि पाकिस्तान झूठ बोल रहा है और राष्ट्रपति सिरिसेन ने कभी भी जम्मू-कश्मीर के विषय में इस तरह की टिप्पणी नहीं की है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच अमेरिका-भारत ने की टू प्लस टू वार्ता, इन मुद्दों पर की चर्चा
दावा झूठा पेश कर रहा पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से बौखलाया पाकिस्तान तमाम देशों की सरकारों से संपर्क कर उनसे समर्थन मांग रहा है। जब उसे इसमें सफलता नहीं मिल रही तब वह विदेशी सरकारों की तरफ से झूठा दावा पेश कर रहा है। ऐसा ही दावा श्रीलंका में पाकिस्तान उच्चायोग ने 21 अगस्त को किया।
यह भी पढ़ें: कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी अधिकारियों ने राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर कही ये बड़ी बात
श्रीलंकार्इ राष्ट्रपति से मिला था पाकिस्तानी उच्चायुक्त
उच्चायोग ने बयान जारी कर कहा, पाकिस्तानी उच्चायुक्त मेजर जनरल शाहिद अहमद हशमत ने राष्ट्रपति सिरिसेन से मुलाकात कर उन्हें जम्मू-कश्मीर के हालात से अवगत कराया। बयान में दावा किया गया कि राष्ट्रपति सिरिसेन ने जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताया और वहां की समस्या का समाधान कश्मीरियों की इच्छा और संयुक्त राष्ट्र के संकल्प से किए जाने की आवश्यकता जताई। साथ ही सिरिसेन ने मामले में खुद मध्यस्थ बनने की इच्छा भी जताई। इसके लिए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के बैनर तले वार्ता शुरू करने का रास्ता भी सुझाया।
यह भी पढ़ें: मालदीव ने दिया पाकिस्तान को झटका, अनुच्छेद 370 हटाने पर ये दिया बयान
राष्ट्रपति के मीडिया सलाहकार ने जारी किया बयान
श्रीलंका के राष्ट्रपति के मीडिया सलाहकार ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रपति सिरिसेन ने ऐसी कोई बात नहीं कही है और पाकिस्तानी उच्चायोग की ओर से जो बयान दिया गया है वह झूठा है। राष्ट्रपति ने 20 अगस्त की मुलाकात में पाकिस्तानी उच्चायुक्त की बातों को गौर से सुना और क्षेत्रीय विकास और मित्रतापूर्ण संबंध विकसित करने की अपनी इच्छा जताई।
यह भी पढ़ें: फ्रांस में PM मोदी के स्वागत से चिढ़ा पाकिस्तान, मंत्री ने कही ऐसी बात की लोगों ने किया जमकर ट्रोल