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चीनी कर्ज में युगांडा की तरह ही डूबेगा श्रीलंका, पूर्व सैन्य कमांडर व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने चेताया

श्रीलंका के पूर्व सैन्य कमांडर और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सरथ फोनसेका ने चेताते हुए कहा कि युगांडा की ही तरह श्रीलंका भी चीन के कर्ज के जाल में फंसता जा रहा है। श्रीलंका अब चीन के उसी कर्ज के जाल में फंस गया है जिसने युगांडा को तबाह किया।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 05:11 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 05:11 PM (IST)
चीनी कर्ज में युगांडा की तरह ही डूबेगा श्रीलंका, पूर्व सैन्य कमांडर व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने चेताया
चीनी कर्ज में युगांडा की तरह ही डूबेगा श्रीलंका।

कोलंबो, आइएएनएस। श्रीलंका के पूर्व सैन्य कमांडर और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सरथ फोनसेका ने चेताते हुए कहा कि युगांडा की ही तरह श्रीलंका भी चीन के कर्ज के जाल में फंसता जा रहा है। वर्ष 2009 में श्रीलंका में तीन दशक तक चले लिट्टे के खिलाफ गृह युद्ध जीतने वाले सनथ फोनसेका ने फेसबुक पर जारी अपनी पोस्ट में कहा कि श्रीलंका अब चीन के उसी कर्ज के जाल में फंस गया है जिसने युगांडा को तबाह कर दिया।

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एयरपोर्ट भी चीन से मिले कर्ज से बना

उन्होंने युगांडा में चीन के बनाए अकेले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कब्जा करने की घटना की तुलना दक्षिणी श्रीलंका में हमबनतोता नए एयरपोर्ट से की है। यह एयरपोर्ट भी चीन से मिले कर्ज से बना है। उन्होंने कहा कि चीन ने विदेशी कूटनीति से परे जाकर एक खेमे में अपने गुलामों का शिविर बना लिया है तो दूसरी तरफ वह दूसरे देशों की जमीनी पर अपनी राजनीतिक और सैन्य महत्वाकांक्षाओं को भी पूरा करने में लगा हुआ है। इसीलिए चीन से जुड़ने वाले देश अपनी अखंडता और संप्रभुता खो देते हैं।

हिंद महासागर में नौसेना के कारिडोर में इस्तेमाल

फील्ड मार्शल फोनसेका ने कहा कि राजपक्षे के शासनकाल में भी यही हुआ। युगांडा की ही तर्ज पर यहां भी भ्रष्ट राजनेताओं ने राष्ट्रीय योजनाओं और वरीयताओं को दरकिनार करके ऊंची ब्याज दलों पर चीनी कर्ज की सहायता से पूरे देश की संपत्ति को निर्माण कार्यो और बड़े कर्जो में डुबो दिया। उन्होंने कहा कि कोलंबो हार्बर को विकसित करने के बजाय कम अहम परियोजना हमबनतोता हार्बर को महत्व दिया गया। अब यह प्रोजेक्ट चीन की संपत्ति बन चुका है। हिंद महासागर में नौसेना के कारिडोर में इसका इस्तेमाल होगा।

श्रीलंका की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा

पूर्व सैन्य कमांडर ने कहा कि हमबनटोटा बंदरगाह को भारत, अमेरिका और अन्य क्वाड देशों द्वारा चीनी नौसेना बेस के रूप में देखा जा रहा है। यह श्रीलंका की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। हम अगले 60 से 80 महीनों के भीतर क्षेत्र में निश्चित सत्ता संघर्ष के दौरान इन मूर्खतापूर्ण निर्णयों का परिणाम देखेंगे।


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