श्रीलंका: कोलंबो में हुए बम धमाकों में 2 और भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि, संख्या 10 के पार
श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो में हुए बम धमाकों में 10 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि की है।
कोलंबो, प्रेट्र। श्रीलंका की राजधानी कोलंबों में हुए ब्लास्ट में दो और भारतीयों की मौत की जानकारी मिली है। इसी के साथ इन सिलसिलेवार बम धमाकों में मरने वाले भारतीयों की संख्या दस हो गई है। कोलंबो में रविवार को ईस्टर के मौके पर कोलंबों के चर्च और पांच सितारा होटल में एक के बाद एक कई ब्लास्टों हुए जिसमें 290 लोग मारे गए। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए बताया कि इन सिलसिलेवार हमलों में दो अन्य भारतीयों की मौत हो गई है।
सोमवार को भारतीय उच्चायोग ने चार भारतीयों की मौत की जानकारी दी थी। जिनके नाम वेमुराई तुलसीराम, एस आर नागराज, के जी हनुमंथारायप्पा और एम रंगप्पा है। इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तीन भारतीय नागरिको नारायण चंद्रशेखर, के एम लक्ष्मीनारायण, और लक्ष्मण गौड़ा रमेश की की धमाकों के दौरान मरने की पुष्टि की थी।
कोलंबों में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि राष्ट्रीय अस्पताल ने उन्हें तीन भारतीयों की मौत के बारे में सूचित किया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मारे गए लोगों में से एक पीएस रसीना की पहचान की। हालांकि, श्रीलंका की ओर से अभी तक उसके बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है।
इन घातक विस्फोट में मारे गए भारतीयों में कर्नाटक के चार जनता दल (सेक्युलर) के कार्यकर्ता थे, जो श्रीलंका की यात्रा पर थे। मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सोमवार को बेंगलुरु में कहा मृत सदस्यों में रमेश, चंद्रशेखर, रंगप्पा और हनुमंतरायप्पा हैं। उन्होंने कहा कि जद (एस) का एक कार्यकर्ता एच शिवकुमार भी गायब है। वहीं श्रीलंका में मंगलवार को हमले में मारे गए 300 लोगों को श्रृद्धांजलि देते हुए 3 मिनट का मौन धारण किया गया।
हमले में शामिल सात आत्मघाती हमलावरों को एक इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (NTJ) का सदस्य माना जा रहा है। जिन्होंने ईस्टर के मौके पर रविवार को श्रीलंका में तीन चर्चों और लक्जरी होटलों में विनाशकारी विस्फोटों को अंजाम दिया, जिसमें लगभग 300 लोग मारे गए और 500 अन्य घायल हुए। फिलहाल किसी ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली हैं, लेकिन पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। कहा जा रहा है कि एनआइजे के ज्यादातर सदस्य इसमें शामिल हैं।