बहुमत साबित होने तक राजपक्षे को पीएम नहीं मानूंगा : स्पीकर
जयसूर्या ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि संसद के ज्यादातर सदस्यों ने उनसे इस बदलाव को स्वीकार नहीं करने का अनुरोध किया है।
कोलंबो, रायटर/प्रेट्र। श्रीलंका की संसद के स्पीकर कारू जयसूर्या ने महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री मानने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त करने और संसद को निलंबित करने के लिए राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेन की आलोचना करते हुए उनके फैसले को लोकतंत्र विरोधी भी बताया है।
जयसूर्या ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि संसद के ज्यादातर सदस्यों ने उनसे इस बदलाव को स्वीकार नहीं करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि संसद में बहुमत साबित होने तक उन्हें पहले की स्थिति को ही स्वीकार करना होगा। स्पीकर के मुताबिक, शुक्रवार को राष्ट्रपति से 118 सांसदों ने मुलाकात कर रविवार को संसद बुलाने का अनुरोध किया था, लेकिन सिरिसेन ने कहा कि संसद 14 नवंबर को बुलाई जाएगी। जबकि पहले सात नवंबर को संसद बुलाने का वादा किया था। जयसूर्या का यह भी कहना था कि जब लोकतांत्रिक मानकों और सांसदों के अधिकारों का हनन होता हो तो वह मौन कैसे रह सकते हैं, उन्हें दुनिया के सामने अपना पक्ष तो रखना ही होगा।
गौरतलब है कि पिछले महीने की 26 तारीख को सिरिसेन ने विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था, जिसके बाद से श्रीलंका में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है।