तानाशाह किम जोंग की बहन के खिलाफ साउथ कोरिया में मुकदमा दर्ज, बम से उड़वाया था लॉयजन आफिस
बीते माह दक्षिण कोरिया में नॉर्थ कोरिया की ओर से तोड़े गए लॉयजन आफिस के लिए अब साउथ कोरिया में एक वकील की ओर से केस दायर किया गया है।
सियोल (दक्षिण कोरिया), न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। बीते माह दक्षिण कोरिया में नॉर्थ कोरिया की ओर से तोड़े गए लॉयजन आफिस के लिए अब साउथ कोरिया में एक वकील की ओर से केस दायर किया गया है। ये केस नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग के खिलाफ दायर किया गया है क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि किम जो योंग के आदेश पर ही इस लॉयजन आफिस को बम से उड़ाया गया था। किम यो जोंग पर मुकदमा दायर करने वाले इस वकील का नाम ली क्युंग-जे है।
साउथ कोरिया के अभियोजकों ने कहा कि वो इस केस को देख रहे हैं लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि वो औपचारिक जांच शुरू करेंगे। साथ ही ये भी कहा कि उन लोगों के पास किम यो जोंग को इस बारे में अदालत में बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। वो उनको व्यावहारिक रूप से अदालत में बुलाने का कोई तरीका नहीं है। वैसे ये माना जा रहा है कि ये प्रतीकात्मक केस है। एक बात ये भी सामने आ रही है कि इस तरह का केस फाइल होने के बाद दोनों कोरियाई देशों के बीच संबंध खराब होंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति
मून जे-इन कहा कि उन्हें मुकदमा दायर करने के लिए प्रेरित किया गया था। उनका कहना है कि ये लॉयजन आफिस दोनों देशों के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए खोला गया था मगर नॉर्थ कोरिया ने उसे बम से उड़ा दिया। जिसके बाद दोनों देशों के संबंधों के बीच कटुता आ गई। 2018 में दोनों कोरियाई देशों के बीच संबंध गर्म थे। उस दौरान किम जोंग उन ने मून-जे-इन के साथ शिखर बैठकें कीं, जिन्होंने किम और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बैठकों की व्यवस्था करने में मदद की। फरवरी 2019 में वियतनाम में आयोजित ट्रंप के साथ किम की दूसरी मुलाकात के बाद एक बार फिर संबंध शांत पड़ गए थे।
दरअसल इस लॉयजन आफिस को बम से उड़ा देने के पीछे भी एक बड़ा कारण था। साउथ कोरिया की सीमा से गुब्बारों की मदद से लोग तानाशाह किम जोंग उन के खिलाफ पंपलेट और अन्य चीजें सीमा से दूसरी ओर भेज देते थे। इसमें तानाशाह के खिलाफ तमाम चीजें लिखी होती थीं। तानाशाह किम की बहन किम यो जोंग ने साउथ कोरिया को ऐसा करने से रोकने के लिए कहा मगर उनकी ओर से इस दिशा में कोई खास कदम नहीं उठाया गया, तब उन्होंने कहा कि इसका परिणाम साउथ कोरिया को भुगतना पड़ेगा।
उसी के अगले दिन बम से सीमा पर बनाए गए लॉयजन आफिस को उड़ा दिया गया। फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। सीमा पर सैनिक तैनात कर दिए गए। ऐसा लगा कि अब दोनों देशों के बीच युद्ध हो जाएगा। उसके बाद साउथ कोरिया की ओर से संबंधों को सामान्य करने के लिए काम किया गया, तब से शांति बनी हुई है। अब साउथ कोरिया में तानाशाह किम जोंग उन की बहन के खिलाफ मुकदमा दायर किए जाने के बाद संबंधों में फिर से तनाव आएगा।