निजामुद्दीन मरकज में शामिल हआ था मुस्लिम धर्मगुरु, दक्षिण अफ्रीका कोरोना वायरस से हुई मौत
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल होकर वापस दक्षिण अफ्रीका लौटे मुस्लिम धर्मगुरु की कोरोना वायरस से मौत हो गई है।
जोहान्सबर्ग, पीटीआइ। निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज भारत में कोरोना वायरस का केंद्र बन गया है। दक्षिण अफ्रीकी मुस्लिम धर्मगुरु की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। परिवार है कि हाल ही में वह दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल होकर वापस लौटा था।
परिवार के मुताबिक 80 साल के मौलाना यूसुफ तोतला निजामुद्दीन की तब्लीगी जमात में 1 से 15 मार्च तक शामिल हुए थे। इस दौरान वहां हजारों की तादात में लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज का मामला सामने आने के बाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। मरकज में कोरोना वायरस के संक्रमितों की पुष्टि होने के बाद सरकार उन लोगों को तलाश में जुट गई हैं, जो लोग हजारों की संख्या में इस आयोजन में शामिल हुए थे। अधिकारियों का मानना है कि मरकज में शामिल लोगों की वजह से वायरस के प्रसार का खतरा और बढ़ गया है।
बता दें कि तबलीगी जमात में शामिल ज्यादातार विदेशी नागरिक इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान से से आए थे। मृत्क मौलवी के परिवार के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भारत से लौटने के बाद उसमें फ्लू जैसे लक्षण दिखाई दिए थे। एक निजी अस्पताल में जांच के बार कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी।
परिवार के सदस्य ने बताया कि पिछले हफ्ते तक यूसुफ इलाज के बाद लगभग पूरी तरह से कोरोना वायरस से ठीक हो गए थे, लेकिन सोमवार को वह फिर से बिमार महसूस करने लगे और उनकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी। मौलवी के पूरे परिवार को 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रखा गया है, हालांकि उनमें से किसी में भी वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।
इस्लामिक ब्यूरल काउंसिल के चेयरपर्सन सलीम काज़ी ने कहा कि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को भी सीमित किया गया है। लोगों को अपने घरों में ही उनके लिए प्रार्थना करने की सलाह दी गई थी। देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का 8वां दिन है। जॉन्स हॉपकिन्स कोरोना वायरस संसाधन केंद्र के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के 1,585 मामले सामने आए हैं और देश में नौ लोगों की बीमारी से मौत हो गई है।
वहीं, दिल्ली में भी कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमित लोगों में से ज्यादातर वो लोग हैं, जिन्होंने मरकज में हिस्सा लिया था। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में 445 मामलों में से 301 मरीज़ तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोग हैं।