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जांबिया पर ट्वीट को लेकर बुरे फंसे दक्षिण अफ्रीकी वित्त मंत्री, राष्ट्रपति रामाफोसा ने की आलोचना

एक देश में अधिकारियों की नियुक्ति या फिर उनको पद से हटाए जाने को लेकर दूसरा देश बयानबाजी नहीं करता है।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 02:08 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 02:08 PM (IST)
जांबिया पर ट्वीट को लेकर बुरे फंसे दक्षिण अफ्रीकी वित्त मंत्री, राष्ट्रपति रामाफोसा ने की आलोचना
जांबिया पर ट्वीट को लेकर बुरे फंसे दक्षिण अफ्रीकी वित्त मंत्री, राष्ट्रपति रामाफोसा ने की आलोचना

जोहान्सबर्ग, रॉयटर्स। जांबिया के सेंट्रल बैंक के गवर्नर को हटाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर किए गए कमेंट के दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा (President Cyril Ramaphosa) ने वित्त मंत्री टिटो एमबावेनी (Finance Minister Tito Mboweni) की कड़ी आलोचना की है। 

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 जांबिया के राष्ट्रपति एडगर लुंगु ने शनिवार को सेंट्रल बैंक के गवर्नर को हटा दिया और उनकी जगह उप वित्त मंत्री क्रिस्टोफर एमफांजा एमवुंगा ( Christopher Mphanza Mvunga) को नियुक्त किया। बिना कारण बताए राष्ट्रपति द्वारा यह कदम उठाया गया। उन्होंने तत्काल प्रभाव से बैंक ऑफ जांबिया के गर्वन्र डॉक्टर डेन्नी काल्याला के कॉन्ट्रैक्ट को खत्म कर दिया। काल्याला पहले वर्ल्ड बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे। यहां उनकी नियुक्ति फरवरी 2015 में हुई और 2018 में इसे बढ़ाया गया जो 2023 तक कर दिया गया। 

जांबिया के राष्ट्रपति एडगर लुंगु ( Edgar Lungu) ने सेंट्रल बैंक के गवर्नर डेनि काल्याल्या (Denny Kalyalya) को उनकी नौकरी से बिना किसी स्पष्टीकरण के निकाल दिया। वित्त मंत्री ने ट्वीट के जरिए राष्ट्रपति से गवर्नर को हटाने को लेकर सफाई मांगी थी। हालांकि अब इन ट्वीट को उन्होंने डिलीट कर दिया। एक देश में अधिकारियों के हटाने या नियुक्ति की प्रक्रिया पर दूसरे देश द्वारा सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी सामान्य बात नहीं है। 

अपने एक ट्वीट में वित्त मंत्री ने जांबिया के राष्ट्रपति से सेंट्रल बैंक के गवर्नर के खिलाफ की गई कार्रवाई पर जवाब मांगा है। राष्ट्रपति रामाफोसा ने सरकार और जांबिया की जनता को इस बात का आश्वासन दिया कि इस तरह की टिप्पणी दक्षिण अफ्रीकी सरकार और यहां की जनता की मंशा नहीं दर्शाती है। रविवार को अपने एक और ट्वीट में वित्त मंत्री एम बावेनी ने कहा कि वह अपने शुरुआती बयान  पर अडिग हैं।  उन्होंने लिखा था कि सेंट्रल बैंक की आजादी अहम है, इसके साथ समझौता नहीं कर सकते। सेंट्रल बैंकरों को बोलने दें । एमबावेनी प्राइवेट कंपनियों में रह चुके हैं और 2018 में वित्त मंत्री के तौर पर  नियुक्त किए गए। 


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