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कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में नई मंत्रिमंडल का गठन, भारतीय मूल के लोगों का बजा ड़ंका

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसियन लूंग ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल की घोषणा की। उनकी इस मंत्रिमंडल में कई भारतीय मूल के लोगों को भी जगह मिली है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 04:18 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 04:18 PM (IST)
कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में नई मंत्रिमंडल का गठन, भारतीय मूल के लोगों का बजा ड़ंका
कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में नई मंत्रिमंडल का गठन, भारतीय मूल के लोगों का बजा ड़ंका

सिंगापुर, एजेंसी। कोरोना महामारी के बीच सिंगापुर में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया पूरी हुई। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसियन लूंग ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल की घोषणा की। उनकी इस मंत्रिमंडल में कई भारतीय मूल के लोगों को भी जगह मिली है। खास बात यह है कि सिंगापुर उन मुट्ठी भर देशों का है, जिन्होंने महामारी के दौरान देश में चुनाव करवाया है। इस बार भी ली की पार्टी पीपुल्‍स एक्‍शन पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की है। 

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10 जुलाई को हुए थे आम चुनाव 

कोरोना महामारी के बीच 10 जुलाई को सिंगापुर में आम चुनाव कराए गए थे। आम चुनाव में ली की पीएपी पार्टी ने स्पष्ट जनादेश हासिल किया। इस आम चुनाव में सिंगापुर में सत्‍तारूढ़ पीपुल्‍स एक्‍शन पार्टी ने 61.24 फीसद वोट हासिल किए। बता दें कि 1965 से पीएपी पहली बार आम चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद वह किसी भी आम चुनाव में परास्‍त नहीं हुई। वह सत्‍ता में विराजमान रही। 2020 में आम चुनाव में पीएपी ने 93 संसदीय सीटों में से 83 सीट हासिल की। पीएपी ने 61.24 फीसद मत हासिल किए।

मंत्रिमंडल में 37 मंत्रियों को शामिल किया गया 

सिंगापुर केवल उन मुट्ठी भर देशों में शामिल है, जिन्होंने महामारी के दौरान चुनाव करवाया है। सरकार के नए मंत्रिमंडल में 37 मंत्रियों को शामिल किए गए हैं। ये सभी पुरानी कैबिनेट में भी शामिल थे। ली ने कहा कि नए मंत्रिमंडल का गठन कर लिया गया है। नए मंत्रिमंडल में संतुलन का पूरा ख्‍याल रखा गया है। यह एक टीम है, जिसके समक्ष सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य और आर्थिक संकट की बड़ी चुनौतियों बरकरार है। 

ली के कैबिनेट में भारतीयों का दबदबा 

भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम वरिष्ठ मंत्री और सामाजिक नीतियों के लिए समन्वय मंत्री की जिम्‍मेदारी दी गई है। यह प्रधानमंत्री कार्यालय के लिए भी कार्य करेंगे। भारतीय मूल के के. शनमुगम कानून और गृह मामलों के मंत्री के रूप में रहेंगे, डॉ विवियन बालाकृष्णन भी विदेश मंत्री बने रहेंगे। एक अन्य भारतीय मूल के राजनेता एस ईश्वरन ने संचार और सूचना मंत्री के रूप में अपना पद बरकरार रखा। इंद्राणी राजह को राष्ट्रीय विकास की नई जिम्‍मेदारी मिली है, उनके मंत्रालय में बदलाव किया गया है। पिछली सरकार में वह शिक्षा मंत्री थे। वह प्रधान मंत्री कार्यालय में मंत्री और वित्त मंत्री के रूप में दूसरे मंत्री के रूप में बने रहेंगे। डॉ जेनिल पुथुचेरी को स्वास्थ्य मंत्रालय में वरिष्ठ राज्य मंत्री नियुक्त किया जाएगा। वह संचार और सूचना मंत्रालय में काम करना जारी रखेगा। हेंग स्वे केट उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में अपने पद पर बने हुए हैं। हालांकि, उन्हें नए मंत्रिमंडल में आर्थिक नीतियों के लिए समन्वय मंत्री के रूप में भी नामित किया गया है।

स्थिरता एवं विकास के लिए अनुभवी मंत्रियों की आवश्यकता

इस आम चुनाव को व्यापक रूप से प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने पर जनमत संग्रह के रूप में देखा गया। मौजूदा समय में  सिंगापुर मंदी के दौर से गुजर रहा है। अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है। ली ने कहा देश में स्थिरता एवं विकास के लिए अनुभवी मंत्रियों की आवश्यकता होती है, और छोटे मंत्रियों को सलाह देने के लिए भी। कोरोना सकंट  में इसकी और भी जरूरत बढ़ गई है।   


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