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Hong Kong: चीनी प्रतिष्ठानों पर आंदोलनकारियों का निशाना, कई स्थानों पर पुलिस से टकराव

पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 11:18 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 11:36 PM (IST)
Hong Kong: चीनी प्रतिष्ठानों पर आंदोलनकारियों का निशाना, कई स्थानों पर पुलिस से टकराव
Hong Kong: चीनी प्रतिष्ठानों पर आंदोलनकारियों का निशाना, कई स्थानों पर पुलिस से टकराव

हांगकांग, रायटर। हांगकांग में रविवार को लोकतंत्र की मांग कर रहे आंदोलनकारी फिर से सड़कों पर उतरे। दोपहर तक तो उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहा लेकिन उसके बाद युवा आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच टकराव शुरू हो गया। इस दौरान काले कपड़े पहने आंदोलनकारियों ने हांगकांग की आजादी के नारे लगाते हुए चीन का बना सामान बेचने वाली दुकानों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और मेट्रो स्टेशनों में तोड़फोड़ की, सड़कों पर जाम लगाया। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो टकराव हो गया। यह स्थिति हांगकांग में कई स्थानों पर पैदा हुई।

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पहचान छिपाकर प्रदर्शनकारी कर रहे तोड़फोड़

पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया। फेस मास्क पहने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये प्रदर्शनकारी अपनी पहचान छिपाकर तोड़फोड़ कर रहे थे। एक मॉल में दुकानदारों ने बाहर निकलकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। दुकानदारों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की।

उन्होंने पुलिस माफिया कहकर आंदोलनकारियों पर हो रहे बल प्रयोग की निंदा की और लोकतंत्र की मांग वाले आंदोलन का समर्थन किया। मौके पर मौजूद 70 साल के बुजुर्ग हुई ने कहा, हांगकांग संपन्न इलाका है। लेकिन सरकार ने इसे पुलिस स्टेट बना दिया है। हम हांगकांग की रक्षा करते रहे हैं लेकिन अब हम विद्रोह करेंगे।

युवा आंदोलनकारियों को सड़क रोकने की सलाह

हुई उन बुजुर्ग आंदोलनकारियों के समूह में शामिल हैं, जो युवा आंदोलनकारियों का अपने तरीके से समर्थन करते हैं। रविवार को हुई और उनके साथियों ने युवा आंदोलनकारियों को सड़क रोकने की सलाह दी जिससे मौके पर पुलिस न आ सके और उनकी गतिविधियां चलती रहें।

चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि के विरोध से हांगकांग में चार महीने पहले शुरू हुआ आंदोलन अब लोकतंत्र की मांग तक पहुंच गया है। आए दिन होने वाली तोड़फोड़ से अरबों रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। दुनिया में हांगकांग की छवि भी खराब हुई है।

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