वैज्ञानिकों ने बनाई दिमाग को पढ़ने वाली एआइ प्रणाली
वैज्ञानिकों ने कॉन्वलूशनल न्यूराल नेटवर्क (सीएनएन) नामक विधि विकसित की है। यह विधि कंप्यूटर और स्मार्टफोन में चेहरों व अन्य चीजों की पहचान करने में अपनाई जाती है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। वैज्ञानिकों ने मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर तरीके से समझने की दिशा में बड़ी कामयाबी पाई है। उन्होंने ऐसी नई आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) प्रणाली विकसित की है जो दिमाग को पढ़ सकती है। यह ब्रेन स्कैन के विश्लेषण से इस बात की व्याख्या भी कर सकती है कि एक व्यक्ति क्या देख रहा है? इस खोज से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर नई रोशनी पड़ सकती है।
वैज्ञानिकों ने कॉन्वलूशनल न्यूराल नेटवर्क (सीएनएन) नामक विधि विकसित की है। यह विधि कंप्यूटर और स्मार्टफोन में चेहरों व अन्य चीजों की पहचान करने में अपनाई जाती है। अमेरिका की परड्यू यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर झोंगमिंग लियू ने कहा कि हाल के सालों में इस तरह के नेटवर्क ने कंप्यूटर विजन के क्षेत्र में बड़ा प्रभाव डाला है। हमारी तकनीक में यह समझने के लिए न्यूराल नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया है कि आप क्या देख रहे हैं। कान्वलूशनल न्यूराल नेटवर्क का उपयोग यह अध्ययन करने के लिए किया गया कि मस्तिष्क प्रतिक्रियाएं स्थिर चित्रों और दूसरे दृश्यों के लिए किस तरह की होती है? इस तरह का दृष्टिकोण पहली बार अपनाया गया है।
ऐसे विकसित हुई तकनीक :
शोधकर्ताओं ने तीन प्रतिभागी महिलाओं को लोगों या पशुओं और प्राकृतिक दृश्यों के 972 वीडियो क्लिप दिखाए। इसके बाद उनके 11.5 घंटे के फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एफएमआरआइ) डाटा को एकत्र किया। इस डाटा का उपयोग विजुअल कार्टेक्स की गतिविधि का अनुमान लगाने में किया गया। इसके बाद एफएमआरआइ को पढ़ने के लिए इसको अपनाया गया। यह एफएमआरआइ डाटा को सही तरह से पढ़ने में सक्षम पाई गई।