मार्च में हुआ था रासायनिक गैस सरीन का उपयोग: केमिकल वीपन वॉचडॉग
पहले ऐसा मानना था कि सरीन का इस्तेमाल पहली बार 4 अप्रैल को खान शेखुन हमले में किया गया लेकिन OPCW ने बताया कि सरीन का इस्तेमाल 30 मार्च को किया गया था।
हेग (एएफपी)। विश्व के रासायनिक हथियारों पर निगरानी करने वाले एक वॉचडॉग एजेंसी के अनुसार खान शेखुन में हुए घातक हमले के पांच दिन पहले सरीन नर्व एजेंट का इस्तेमाल सीरिया के एक गांव में मार्च महीने में किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र की रासायनिक हथियारों पर निगरानी रखने वाली संस्था ओपीसीडब्ल्यू की एक गोपनीय रिपोर्ट में बताया गया है कि सीरिया के खान शेखुन शहर में 4 अप्रैल को किए गए हमले सेे पहले ही 30 मार्च को सीरिया के ही एक गांव में रासायनिक हथियार के तौर पर जानलेवा सरीन गैस का इस्तेमाल हुआ था। रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्लू) की जांच पड़ताल पर संयुक्त राष्ट्र-ओपीसीडब्ल्यू का संयुक्त पैनल नेे विचार विमर्श किया और इस बात की पुष्टि की कि कि इस हमले के पीछे सीरियाई सरकार की फौज का हाथ था।
रासायनिक हथियारों के रोक के लिए कार्यरत संस्थान के प्रमुख अहमत उजूम्सियू ने बताया,’ओपीसीडब्ल्यू द्वारा जमा किए गए सैंपल के विश्लेषण से उस हमले के बारे में संकेत मिलता है जो इस साल 30 मार्च को सीरिया के उत्तरी इलाके में हुआ। रिजल्ट से सरीन की मौजूदगी का पता चलता है।‘
ऐसा माना जाता था कि दमिश्क के पास अगस्त 2013 में हुए घातक हमले के बाद 4 अप्रैल को हुए खान शेखुन हमले के में सरीन का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन उजूम्सियू ने बताया कि सरीन का इस्तेमाल 30 मार्च को सीरियाई गांव में हुआ।
हालांकि सीरियाई सरकार ने इससे इंकार करते हुए कहा कि 2013 के समझौते के बाद इसके पास रासायनिक हथियार नहीं है। बता दें कि 2013 में सीरिया ने रासायनिक हथियारों को खत्म करने की शपथ ली थी।
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