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सैमसंग ने अपने कैंसर पीड़ित स्टाफ से मांगी माफी, देगी एक करोड़ रुपये का मुआवजा

सैमसंग के को-प्रेसिडेंट किम की-नाम ने कहा हम अपने सेमी-कंडक्टर और एलसीडी निर्माण संयंत्रों में स्वास्थ्य जोखिमों के प्रबंधन में विफल साबित हुए हैं।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Fri, 23 Nov 2018 10:18 PM (IST)Updated: Fri, 23 Nov 2018 10:38 PM (IST)
सैमसंग ने अपने कैंसर पीड़ित स्टाफ से मांगी माफी, देगी एक करोड़ रुपये का मुआवजा
सैमसंग ने अपने कैंसर पीड़ित स्टाफ से मांगी माफी, देगी एक करोड़ रुपये का मुआवजा

सियोल, प्रेट्र। मोबाइल हैंडसेट मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सैमसंग ने अपने सेमी-कंडक्टर निर्माण संयंत्रों में काम करते हुए कैंसर की चपेट में आए कर्मियों और उनके परिवारों से माफी मांग ली है। दक्षिण कोरियाई कंपनी ने ऐसे सभी कर्मचारियों को 15 करोड़ वोन (मौजूदा भाव पर करीब 96 लाख रुपये) के मुआवजे का भी एलान किया है। कई पीडि़त परिवारों ने हालांकि माफी को नाकाफी बताया है, लेकिन कहा है कि वे इसे भारी मन से स्वीकार कर लेंगे। कंपनी द्वारा माफी की इस याचना और मुआवजे की घोषणा के साथ ही कर्मचारियों के साथ उसका एक दशक से चल रहा विवाद खत्म हो गया है।

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सैमसंग के को-प्रेसिडेंट किम की-नाम ने शुक्रवार को ऐसे सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों से कहा, 'हम वैसे सभी कर्मचारियों और उनके परिवारों से बेहद गंभीरता के साथ माफी मांगते हैं, जो कार्यस्थल पर गंभीर बीमारी की चपेट में आए। हम अपने सेमी-कंडक्टर और एलसीडी निर्माण संयंत्रों में स्वास्थ्य जोखिमों के प्रबंधन में विफल साबित हुए हैं।'

ऐसे कर्मचारियों के लिए अभियान चलाने वाले कई संगठनों का कहना है कि सैमसंग के सेमी-कंडक्टर और डिसप्ले संयंत्रों में काम करते हुए करीब 240 कर्मचारी कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों के शिकार हुए। इनमें करीब 80 कर्मचारियों की मौत हो गई। कर्मचारियों और मृतकों के परिवारों के साथ हुए समझौते के तहत सैमसंग ऐसे प्रत्येक कर्मचारी के लिए 15 करोड़ वोन का मुआवजा भुगतान करेगी। इनमें कैंसर समेत 16 अन्य गंभीर बीमारियां शािमल हैं। पीडि़त परिवारों में कई के मामले तो वर्ष 1,984 तक पुराने हैं।

फैसले का होगा व्यापक असर
दुनियाभर में मोबाइल हैंडसेट और कई अन्य टेक्नोलॉजी उपकरणों के डिसप्ले निर्माण में पिछले कुछ वर्षो के दौरान जिस तरह की तेजी आई है, उसे देखते हुए सैमसंग का यह फैसला अहम और ऐतिहासिक माना जा रहा है। दुनियाभर के बाजारों में दाम में मोर्चे पर स्पर्धा का दबाव झेल रही कई कंपनियां मोबाइल हैंडसेट की गुणवत्ता से समझौता करती हैं, जिसका सीधा असर उनके संयंत्रों में पुर्जो के निर्माण में लगे कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर दिखता है। सैमसंग के इस फैसले से दुनियाभर की अन्य कंपनियों पर भी ऐसे कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ेगा।


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