नेपाल दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से की मुलाकात
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज से नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं।इस दौरान उन्होंने आज नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा से मुलाकात की है।
काठमांडू, एजेंसी। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर नेपाल के दौरे पर हैं। जयशंकर आज से नेपाल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वह भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की पांचवी बैठक में हिस्सा लेने वहां पहुंचे हैं। नेपाल दौरे पर आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की है।
— ANI (@ANI) August 21, 2019
विदेश मंत्जरी जयशंकर आज नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली के साथ भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की 5वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। संयुक्त आयोग की इस बैठक में भारत-नेपाल संबंधों के संपूर्ण सरगम पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक का केंद्रबिंदु आर्थिक साझेदारी, व्यापार और पारगमन, कनेक्टिविटी, बिजली, जल संसाधनों और जलप्रलय होगा।
— ANI (@ANI) August 21, 2019
भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान में कहा गया, 'संयुक्त बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समग्र स्थिति जैसे कनेक्टिविटी और आर्थिक साझेदारी, व्यापार और पारगमन, बिजली और जल संसाधन क्षेत्रों, संस्कृति, शिक्षा और आपसी हित सहित अन्य मामलों की समीक्षा की जाएगी।' इस यात्रा के दौरान जयशंकर नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री के. पी. ओली से भी मुलाकात करेंगे। बयान में कहा गया है कि ग्यावाली भारत के विदेश मंत्री के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन भी करेंगे।
भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक
भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की स्थापना 1987 में हुई थी। इसकी बैठक नेपाल और भारत में बारी-बारी से आयोजित की जाती है। इसकी आखिरी बैठक अक्टूबर 2016 में नई दिल्ली में आयोजित हुई थी।
कश्मीर मुद्दे पर नेपाल का रुख
विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेपाल दौरे से पहले वहां के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा है कि कश्मीर मुद्दा बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के पक्ष में है। द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल सरकार ने कश्मीर मामले पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया।
लेकिन विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि, 'नेपाल सरकार क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के पक्ष में है।इस मुद्दे को भारत-पाकिस्तान द्वारा बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम दृढ़ता से मानते हैं कि भारत सरकार इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीक से सुलझाने की सूझबूझ रखता है।'