Gaganyaan mission में रूस करेगा भारत की मदद, 12 में से 4 अंतरिक्ष यात्रियों को देगा ट्रेनिंग
Gaganyaan mission के लिए रूस भारत के चार अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग देगा। इसकी शुरुआत नवंबर से होगी।
नई दिल्ली/ मॉस्को, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांशी परियोजना गगनयान (Gaganyaan mission) के लिए चयनित होने वाले 12 संभावित भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों में से चार को रूस अपने यहां ट्रेनिंग देगा। इन सभी अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग देने का काम नवंबर से शुरू होगा और 15 महीने तक चलेगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष के सीवान ने बताया कि भारत 12 अंतरिक्ष यात्रियों को रूस भेजेगा जिसमें से वह खुद चार का चयन करेंगे और उसके बाद उन्हें ट्रेनिंग देंगे। इस मिशन के लिए करीब 10 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। मिशन का लक्ष्य है कि भारत कम सम कम अपने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को 5 से 7 दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजेगा जहां वह अलग-अलग तरह के माइक्रो ग्रैविटी टेस्ट को अंजाम देंगे।
रसियन स्पेश एजेंसी रॉस्कोमोस के महानिदेशक दिमित्रा रोगोजिन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की मॉस्को में मीटिंग हुई। इसी दौरान दोनों पक्ष मास्को स्थित यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस मिशन के लिए तैयार करने को लेकर सहमित बनाई गई थी। जैसे ही इन सभी की ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी वैसे ही ये भारत लौट आएंगे और 2022 में लॉन्चिंग से पहले के कुछ महीनों में बाकी की तैयारियां करेंगे।
इन मामलों में भी गगनयान के लिए रूस देगा भारत का साथ
इस अभियान गगनयान के लिए रूस ने भारत को क्रायोजनिक इंजन (Cryogenic Engine) देने का प्रस्ताव किया है। रूस की सरकारी एजेंसी स्पेस कारपोरेशन 'रोस्कोसमोस' (Roscosmo) ने कहा कि भारत रूस से जल्द अपने गगनयान अभियान को लेकर बात करने वाला है।
रूस के कई जरूरी उपकरण खरीदना चाहता है भारत
गगनयान के लिए भारत रूस सेकई जरूरी उपकरण खरीदना चाहता है। इनमें गगनयान में लगनेवाली वैज्ञानिकों के लिए सीटें, खिड़कियां तथा वो पोशाक प्रमुख हैं जो अंतरिक्ष यात्रा पर वैज्ञानिक पहनते हैं। 'रोस्कोसमोस' के मुताबिक, इस संबंध में 4 से 6 सितंबर के बीच रूस के ब्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनामिक फोरम की बैठक के दौरान उच्च स्तरीय वार्ता हो सकती है।
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