Russia Ukraine War: यूक्रेनी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन व UN महासचिव गुटेरेस, युद्ध समेत कई मुद्दों पर चर्चा संभव
Russia Ukraine War रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन व UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस यूक्रेनी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस दौरान तीनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
कीव, एजेंसी। Russia Ukraine War- रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते हुए कई महीने का वक्त बीत गया है। ऐसे में अभी तक इस युद्ध का कोई हल नहीं निकल पाया है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की शुक्रवार को ओडेसा के काला सागर बंदरगाह का दौरा करेंगे। इससे पहले गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन, यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे।
यूक्रेन दौरे पर रहेंगे तुर्की के राष्ट्रपति व UN महासचिव
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर महासचिव एंटोनियो गुटेरेस व तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन यूक्रेन के दौरे पर रहेंगे। यहां वह यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि तीनों नेता शुक्रवार को ओडेसा के काला सागर बंदरगाह का दौरा करेंगे। यहां वह संयुक्त राष्ट्र की पहल के बाद शुरू हुए अनाज का निर्यात का जायजा लेंगे।
युद्ध विराम पर भी हो सकती है चर्चा
इस दौरान तीनों नेता लवीव में अपनी वार्ता के दौरान दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में अनाज शिपमेंट सौदे और हमलों पर चर्चा करेंगे। दुजारिक ने कहा कि तीनों नेता रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम के राजनीतिक समाधान की आवश्यकता पर भी चर्चा करेंगे। बता दें कि रूस अब तक उन बंदरगाहों तक समुद्री पहुंच को अवरुद्ध कर रहा था। जिसके माध्यम से यूक्रेनी अनाज दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचाया जाता है।
1 अगस्त को बंदरगाह से रवाना हुई अनाज की पहली खेप
बता दें कि अनाज की पहली खेप 1 अगस्त को ओडेसा के यूक्रेनी बंदरगाह से रवाना हुई है। रूस और यूक्रेन ने जुलाई में इस्तांबुल में तुर्की और संयुक्त राष्ट्र के साथ काला सागर के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनाज के शिपमेंट को फिर से शुरू करने के लिए अलग-अलग समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते ने एक युद्धकालीन गतिरोध को समाप्त कर दिया है। जिसने कई देशों में खाद्य सुरक्षा को खतरा पैदा कर दिया था और कई टन यूक्रेनी अनाज के निर्यात का रास्ता साफ कर दिया था।